धर्मशाला: जिला कांगड़ा में जिन लोगों को क्वारंटाइन में रखा गया है. उनमें से 99.9 फीसदी लोग सहयोग कर रहे हैं. डीसी कांगड़ा राकेश प्रजापति ने कहा कि इक्का-दुक्का घटनाओं को लेकर प्रशासन सख्त है, जो कर्फ्यू या सेल्फ क्वारंटाइन को ब्रेक कर रहा है, उन पर कानूनी कार्रवाई की जा रही है, जिसके चलते 40 से अधिक एफआईआर हो चुकी हैं.
लोगों से यही उम्मीद है कि जिला कांगड़ा को बचाना है तो लोग घरों में रहें, घरों से बाहर न निकलें और कर्फ्यू को ना तोड़ें, जिन्हें होम क्वारंटाइन में रखा गया है, उसका भी पालन करें, जिससे हम ज्यादा से ज्यादा लोगों को बचा सकें.
डीसी कांगड़ा राकेश प्रजापति ने कहा कि जिला कांगड़ा में 1900 लोग विदेश से और 10 हजार के लगभग लोग देश के विभिन्न कोनों से आए हैं. इन लोगों को प्रशासन की ओर से पर्सनलाइज एसएमएस अलर्ट भेजे हुए हैं. इन लोगों पर सरविलंस वर्कर लगाए हुए हैं.
इन लोगों को सब-डिवीजन कंट्रोल रूम से फोन प्रतिदिन किया जाता है, हेल्थ वर्कर भी रोज उनके पास जाते हैं. डीसी कांगड़ा राकेश प्रजापति ने कहा कि जिला कांगड़ा में 500 अनाउंसमेंट व्हीकल पूरे जिला में लगाए गए हैं, जिनके माध्यम से लोगों को बार-बार याद दिलाया जा रहा है कि जिनको इस तरह के आदेश दिए गए हैं, वे उनका पालन करें. कम्यूनिटी ट्रांसमिशन को रोकने के लिए 14 अप्रैल तक जो टारगेट है, उसे पूरा करना बहुत जरूरी है.
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