ज्वालामुखी/कांगड़ा: ज्वालामुखी की गुम्मर पंचायत के कुलदीप ने अपने बच्चों की ऑनलाइन पढ़ाई को जारी रखने के लिए गाय बेच दी. ईटीवी भारत ने इस खबर को प्रमुखता से उठाया था. जिसके बाद अब प्रदेश भर से कई समाज सेवी इस गरीब परिवार की मदद के लिए आगे आ रहे हैं.
इस बीच लुधियाना के एक व्यक्ति नेउनके द्वारा बेची गई गाय को वापिस उन्हें दिलवाने सहित आर्थिक मदद के लिए बैंक एकाउंट नम्बर पूछा है. इसके अलावा प्रदेश भर से कई लोगों ने कुलदीप को फोन करके आर्थिक सहायता करने व उनके घर का दौरा करने की बात की है.
वहीं गरीबी के कारण मवेशियों के साथ वाले कमरे में रहने को मजबूर कुलदीप की मदद के लिए ज्वालामुखी से भी कई लोगों ने मदद की पेशकश की है. ज्वालामुखी के साथ लगते भड़ोली से सेवानिवृत्त दम्पत्ति मिलाप सिंह ठाकुर व सुरेखा ठाकुर ने परिवार को हर माह जरूरी राशन भरने तो राजधानी शिमला से एक महिला ने बच्चों की पढ़ाई का खर्च उठाने के लिए कुलदीप से बात की है. वहीं, ज्वालामुखी से नगर परिषद के मनोनीत पार्षदों ने भी इस गरीब परिवार के लिए आर्थिक मदद का भरोसा दिया है.
ज्वालामुखी के विधायक रमेश धवाला भी पहुंचे कुलदीप के घर
सोमवार को कुलदीप की खबर प्रसारित होने बाद ज्वालामुखी के विधायक रमेश धवाला भी दोपहर बाद उसके घर पहुंचे. कुलदीप और उसके परिवार की हालत देखकर धवाला व्यथित हो उठे. इस दौरान धवाला ने परिवार को हौंसला बंधाते हुए अपनी जेब उन्हें दो हजार रुपय सहायता के रूप में दिए. धवाला ने कहा कि सरकार बहुत जल्द इस परिवार के लिए घर का बन्दोबस्त करेगी, साथ ही उनके बच्चों की पढ़ाई के लिए भी सहायता करेगी.
बीपीएल से नाम क्यों कटा जांच होगी: धवाला
धवाला ने कहा कि इतना गरीब परिवार होने के बावजूद बीपीएल में ना होना व्यवस्था पर प्रश्न उठाता है. धवाला ने कुलदीप का नाम बीपीएल में नहीं होने पर दुख व्यक्त करते हुए एसडीएम ज्वालामुखी और विकास खण्ड अधिकारी देहरा को जांच के आदेश दिए हैं.
ये भी पढ़ें: बच्चों की ऑनलाइन पढ़ाई के लिए पिता के पास नहीं थे पैसे, 6 हजार में गाय बेचकर खरीदा स्मार्टफोन