धर्मशाला/कांगड़ा: इंडो तिब्बतन फ्रेंडशिप एसोसिएशन की ओर से पर्यटन नगरी मैक्लोडगंज के टिपा में 10 से 11 दिसंबर तक हिमालयन महोत्सव का अयोजन किया जाएगा. इंडो तिब्बतन फ्रेंडशिप एसोसिएशन के अध्यक्ष अजीत नेहरिया ने बताया कि इंडो तिब्बतन फ्रेंडशिप एसोसिएशन का गठन वर्ष 1995 में हुआ था. इसमें स्थानीय और तिब्बती निवासी, धर्मशाला की प्रमुख हस्तियां आईटीएफए के सदस्य हैं. सदियों पुरानी भारत तिब्बत मित्रता को बढ़ावा देने, मजबूत करने और दोनों समुदायों के सामाजिक, सांस्कृतिक, शैक्षिक और खेल कार्यक्रमों को आयोजित करने की दृष्टि से इस कार्यक्रम को संचालित किया जाता है. (Indo Tibetan Friendship Association)
भारत और तिब्बत दोनों के महत्वपूर्ण अवसरों को भी मनाता है और समर्थन करता है. उन्होंने कहा कि इंडो तिब्बतन फ्रेंडशिप एसोसिएशन का उदेश्य तिब्बत में रह रहे तिब्बतियों को उनके मौलिक मानवाधिकार, तिब्बती लोगों की स्वतंत्रता, पर्यावरण जागरूकता को बढ़ावा देना है. उन्होंने कहा कि तिब्बतियों के धर्मगुरु दलाई लामा को साल 1989 में नोबल शांति पुरस्कार से सम्मानित किया गया था. दलाईलामा को नोबेल शांति पुरस्कार प्रदान किए जाने की स्मृति में हर साल हिमालय महोत्सव मनाया जाता है.
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यह उत्सव 1996 के वर्ष में शुरू किया गया था. यह महोत्सव बड़े पैमाने पर देश भर के कलाकारों द्वारा लोक नृत्यों प्रदर्शनों के माध्यम से विभिन्न संस्कृतियों का आदान-प्रदान करने पर केंद्रित है. हिमाचल प्रदेश पर्यटन विभाग और केंद्रीय तिब्बती प्रशासन हिमालयन महोत्सव का हर साल आनंद लेते हैं. उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम में एसजेवीएन शिमला, पंजाब पर्यटन सरकार, आईटीएफए सदस्य, स्थानीय एनजीओ व होटल व्यवसायी, धर्मशाला के व्यापारिक समुदाय, निदेशक भाषा कला और संस्कृति (एचपी सरकार) और उत्तर क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र पटियाला (भारत सरकार) का बहुत बड़ा योगदान होता है. उन्होंने कहा कांगड़ा के डीसी कांगड़ा और स्थानीय प्रशासन उत्सव की मेजबानी करेंगे. (Association President Ajit Nehariya) (Himalayan Festival)