धर्मशाला: केंद्रीय विश्वविद्यालय हिमाचल प्रदेश बिजनेस स्कूल आने वाले समय में निश्चित रूप से अपनी अलग पहचान बनाएगा. इस स्कूल के लिए कई योजनाएं प्रस्तावित हैं, जिन पर काम किया जाएगा. आने वाले समय में सीईसी के साथ समझौता ज्ञापन भी किया जाएगा. यह बात केंद्रीय विश्वविद्यालय के वीसी प्रो. सत प्रकाश बंसल ने बुधवार को विश्वविद्यालय के धौलाधार परिसर-1, धर्मशाला के सेमिनार कक्ष में मैसिव ओपन ऑनलाइन कोर्स (मूक्स) डिजाइन, डेवलपमेंट एंड डीलिवरी विषय पर यूजीसी-सीईसी प्रायोजित एक सप्ताह के संकाय विकास कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए कही.
उन्होंने कहा कि छात्रों के सर्वांगीण विकास के लिए विभाग को कॉरपोरेट जगत के साथ समझौता ज्ञापन करना चाहिए. जिससे विद्यार्थी आज के युग के साथ-साथ नई स्किल से परिचित हो सकें. वहीं कुछ गांव अडोप्ट किए जाएंगे. इंटीग्रेडिट यूजी-बीबीए प्रोग्राम के साथ-साथ डिप्लोमा कोर्स शुरू किए जाएंगे. प्रो. बंसल ने बिजनेस स्कूल को इस आयोजन के लिए बधाई दी. उन्होंने कहा कि स्कूल की इस तरह के आयोजनों को लेकर जो पहल की गई है इसके लिए विभाग के सभी संकाय सदस्य बधाई के पात्र है. इस मौके पर वीसी ने ई-प्रोस्पेकट्स का भी उद्घाटन किया.
'एक अनौपचारिक शिक्षण मॉडल को मान्य करता है मूक्स': बिजनेस स्कूल के अधिष्ठाता प्रो. मोहिंदर सिंह ने मुख्य अतिथि का स्वागत किया. शिक्षा स्कूल के विभागाध्यक्ष प्रो. मनोज सक्सेना ने कोविड के समय और उसके बाद ऑनलाइन शिक्षा और डिजिटल ट्रांस्फॉरमेशन के महत्व के बारे में जानकारी दी. अधिष्ठाता अकादमिक प्रो. प्रदीप कुमार ने कहा कि असीमित संख्या में छात्रों को कम लागत वाले पाठ्यक्रम प्रदान करके, मूक्स एक अनौपचारिक शिक्षण मॉडल को मान्य करता है. एमओओसी में नामांकित अधिकांश लोग डिग्री प्राप्त करने वाले कॉलेज के छात्र नहीं हैं बल्कि वे छात्र हैं जो व्यक्तिगत संवर्धन और आजीवन सीखने के अवसरों की तलाश में हैं.