पालमपुर: भारत विकास परिषद के 58वें स्थापना दिवस के उपलक्ष्य पर वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से संगोष्ठी का आयोजन किया गया, जिसमें प्रखर वक्ता, विचारक एवं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य इंद्रेश कुमार ने संबोधित किया.
इंद्रेश कुमार ने अपने संबोधन में राष्ट्र धर्म विषय पर बोलते हुए भारत विकास परिषद के समस्त सदस्यों को स्वस्थ, समर्थ और संस्कारित भारत के साथ आत्मनिर्भर भारत बनाने का संकल्प लेने का आह्वान किया. उन्होंने कहा कि वसुधैव कुटुंबकम् के विचार से आज भारत की विश्व में पहचान है. इसलिए नेशन-फर्स्ट और नेशन-लास्ट हम सब की प्रतिबद्धता होनी चाहिए.
इंद्रेश कुमार ने कहा कि आज चीन की विस्तारवादी सोच से सारा विश्व परेशान है. चीन ने अपनी हरकतों से सिद्ध कर दिया है कि उनके यहां मानवीय मूल्यों की कोई कद्र नहीं है. इंद्रेश कुमार ने राष्ट्र हित में चीनी सामान के इस्तेमाल को बंद करने और स्वदेशी और भारत में बनी वस्तुओं के इस्तेमाल पर बल दिया.
उन्होंने कहा चीन का असली चेहरा विश्व के सामने लाने के लिए लगातार प्रयास करते रहना हम सबका नैतिक कर्तव्य है. चीन की आर्थिक रूप से कमर तोड़ कर ही हम विश्व को विनाश से बचा सकते हैं.
इस अवसर पर भारत विकास परिषद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष विनीत गर्ग ने कहा कि इस साल को परिषद के संस्थापक डॉ. सूरज प्रकश के जन्म शताब्दी वर्ष के रूप में मनाया जा रहा है. इसी कड़ी में परिषद सेवा और संस्कार के अनेक प्रकल्पों का शुभारंभ भी कर रहा है.
वहीं, परिषद के अलावा महामंत्री सुशील शर्मा ने उत्तर क्षेत्र में परिषद की गतिवधियों की जानकारी दी. साथ ही हिमाचल पश्चिम प्रांत के अध्यक्ष कमल सूद ने स्वागत संबोधन किया.इस वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग को फेसबुक के माध्यम से लाइव स्ट्रीमिंग भी किया गया.
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