धर्मशाला: कोरोना महामारी के कारण देश प्रदेश के सभी शिक्षण संस्थान बंद पड़े हुए हैं. वहीं, प्रदेश शिक्षा बोर्ड छठी से बाहरवीं तक के छात्रों के लिए सिलेबस में बदलाव करने की तैयारी कर रहा है.
हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड प्रदेश के बच्चों को स्कूलों में तनाव रहित व प्रसन्नतापूर्वक माहौल उपलब्ध करवाने के लिए सिलेबस में खुशी का पाठ शामिल करेगा. इसके लिए शिक्षा बोर्ड खाका तैयार कर रहा है.
खुशी का पाठ छठी से बाहरवीं क्लास तक के लिए तैयार किया जा रहा है. इसमें किन-किन विषयों को शामिल किया जाना है, इसको लेकर प्रदेश शिक्षा बोर्ड पूरी रूप रेखा विशेषज्ञों के साथ चर्चा कर तैयार कर रहा है.
इस साल वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के चलते लगाए गए लॉकडाउन के कारण स्कूलों को बंद किया गया है. ऐसे में इस पाठ को शामिल करना स्कूलों के खुलने की स्थिति पर भी निर्भर करेगा. खुशी का पाठ को सिलेबस में शामिल करने विषय को लेकर वीरवार को हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड मुख्यालय धर्मशाला में बोर्ड अध्यक्ष डॉ. सुरेश कुमार सोनी की अध्यक्षता में बैठक का आयोजन किया गया. इस बैठक में हैप्पीनेस स्पेशलिस्ट योगेश कोच्छर, जिनका राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इस विषय में पिछले 30 वर्षां से अनुभव है, विशेष रूप से शामिल हुए.
शिक्षा बोर्ड अध्यक्ष ने बताया कि योगेश कोच्छर का भारत सरकार के लिए शिक्षा, कौशल विकास और आई.टी. के विभिन्न मामलों में नीतिगत प्रारुप तैयार करने में भी योगदान रहा है. विशेषज्ञ की ओर से बैठक में विद्यार्थियों के स्थानिक एवं लौकिक पहलुओं व भावनात्मक के साथ-साथ बौद्धिक विकास पर विषय केंद्रित रहा. विशेषज्ञ ने बताया कि स्कूलों में बच्चों को तनाव रहित व प्रसन्नतापूर्वक माहौल उपलब्ध करवाने के लिए यह पाठयक्रम उपयोगी सिद्ध होगा.
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