धर्मशाला: हिमाचल प्रदेश में क्रिप्टो करेंसी मामले में आरोपियों पर पुलिस द्वारा लगातार शिकंजा कसा जा रहा है. क्रिप्टो करेंसी मामले का मुख्य आरोपी सुभाष जो कि विदेश में छिपा है, जिसे भारत लाने की कवायद शुरू हो गई है. मामले में एसआईटी द्वारा 3 लोगों के खिलाफ एक चार्जशीट कोर्ट में दायर कर दी गई है. जबकि दूसरी चार्जशीट जल्द दायर करने की तैयारी चल रही है.
कोर्ट से मिला वारंट: एसआईटी प्रमुख एवं डीआईजी नॉर्थ रेंज अभिषेक दुल्लर ने बताया कि क्रिप्टो करेंसी मामले के मुख्य आरोपी को वापस भारत लाने में जल्द ही कामयाबी मिलेगी. मुख्य आरोपी विदेश में कहां छुपा है, इसकी जानकारी हासिल करने बाद कोर्ट से वारंट भी ले लिया गया है. इसी के साथ मुख्य आरोपी को विदेश से भारत लाने का प्रोसेस शुरू हो चुका है. जल्द ही हिमाचल पुलिस आरोपी को वापस भारत लाने में कामयाब होगी.
अब तक 19 की गिरफ्तारी: अभिषेक दुल्लर ने बताया कि क्रिप्टो करेंसी मामले में सितंबर माह के अंत में पहला केस रजिस्टर हुआ था. जिसके बाद एसआईटी का गठन किया गया था और जांच शुरू हुई थी. इस मामले में अभी तक 19 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है, जो कि न्यायिक हिरासत में हैं.
20 करोड़ की प्रॉपर्टी सीज/फ्रीज: अभिषेक दुल्लर ने बताया कि क्रिप्टो करेंसी मामले में बैनिंग ऑफ अनरेगुलेटेड डिपॉजिट स्कीम एक्ट लगाया गया है. एक्ट के तहत इस क्राइम में आरोपियों ने जो प्रॉपर्टी बनाई थी, उसको सीज और फ्रीज करने का प्रावधान है. जिसके तहत अब तक आरोपियों की चल व अचल संपत्ति को मिलाकर कुल 20 करोड़ की प्रॉपर्टी सीज व फ्रीज की गई है.
क्रिप्टो करेंसी मामले के मुख्य आरोपी को विदेश से वापिस लाने का प्रोसेस शुरू हो चुका है. कोर्ट से वारंट मिल चुका है, अब इस दिशा में आगामी प्रक्रिया शुरू की गई है. इस मामले में बैनिंग ऑफ अनरेगुलेटेड डिपॉजिट स्कीम एक्ट के तहत आरोपियों की 20 करोड़ की चल-अचल प्रॉपर्टी सीज व फ्रीज की गई है. - अभिषेक दुल्लर, एसआईटी प्रमुख एवं डीआईजी नॉर्थ रेंज