ज्वालामुखी/कांगड़ा: कोरोना वायरस के चलते जनता कर्फ्यू के बाद प्रदेश के सभी धार्मिक स्थलों के कपाट बंद कर दिए गए थे. लोगों को कोरोना वायरस से बचाव के लिए घरों में रहने के संदेश दिए गए थे. इसके चलते शक्तिपीठ ज्वालामुखी के कपाट 17 मार्च से बंद पड़े हैं.
ऐसे में मंदिर प्रशासन की ओर से मंदिर के पुजारियों के सहयोग से पिछले 71 दिनों से लगातार हवन व अनुष्ठान किया जा रहा है. हवन में विशेष मंत्रों के उच्चारण के साथ पुजारी वर्ग की ओर से हवन कुंड में आहुतियां डाली जा रही हैं. हवन का उद्देश्य विश्व कल्याण, शांति और विश्व को कोरोना जैसी वैश्विक महामारी से छुटकारा मिलने के लिए किया जा रहा है.
पुजारी वर्ग मां ज्वाला से निरतंर इस महामारी से निदान के लिए पूजा, जप, पाठ, अनुष्ठान व यज्ञ कर रहे हैं. वैदिक शास्त्रों व पुराणों में भी महामारी के नाश के लिए हवन यज्ञ को उत्तम बताया गया है. इससे वातावरण शुद्ध होता है व हवा में फैल रहे वायरस, जीवाणु व कीटाणु नष्ट होते हैं.
हवन से शरीर रोग मुक्त भी होता है. पुजारी वर्ग की ओर से विश्व कल्याण का ऐसा अनुष्ठान सभी का भला करेगा और कोरोना रूपी महामारी को जल्द ही खत्म करेगा.
मंदिर के पुजारियों ने बताया कि पुजारी वर्ग की ओर से कोरोना महामारी के नाश के लिए विश्व कल्याण के लिए लगातार ढाई माह से विशेष हवन, यज्ञ व पूजा पाठ किया जा रहा है, जिससे संसार के सभी जीवों का कल्याण हो और ज्वाला माता सभी पर अपना आशीर्वाद बनाये रखे, इससे जल्द ही यह वैश्विक महामारी खत्म होगी.