पालमपुर: भारतीय जनता पार्टी के नेता एवं हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार ने प्रधानमंत्री को पत्र लिख कर लगातार बढ़ते प्रदूषण, कोरोना के बढ़ते मामले और जनसंख्या बढ़ोतरी पर चिंता जाहिर की है. उन्होंने कहा कि देश की राजधानी गैस चैबंर बन गई है. विश्व के 190 देशों की राजधानियों में दिल्ली सबसे अधिक प्रदूषित हो गई है. अब तो राजधानी कोरोना कैपिटल भी बन गई है.
प्रदूषण का असली कारण नहीं देखा जा रहा
पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार ने पत्र में लिखा है कि भारत के उत्तर में हिमालय और दक्षिण में समुद्र से सजा हुआ भारत एकदम प्रदूषण से क्यों कराहने लग पड़ा है. प्रदूषण एकदम तो कहीं से नहीं आ गया. उन्हांने इस बात पर भी हैरानी प्रकट की कि इस समस्या पर केवल हवा में ही लाठियां घुमाई जा रही हैं. असली कारण को नहीं देखा जा रहा है.
भारत आबादी वाला दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा देश
पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार ने लिखा है कि सबसे बड़ा कारण बढ़ती जनसंख्या का विस्फोट है. भारत स्वतंत्रता के बाद 35 करोड़ से बढ़ते-बढ़़ते आज 141 करोड़ आबादी वाला दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा देश बन गया है. आबादी के साथ-साथ सब कुछ बढ़ता है. यही प्रदूषण का सबसे बड़ा कारण है.
बेरोजगारी का कारण भी जनसंख्या विस्फोट
प्रदूषण ही नहीं देश में बढ़ती गरीबी और बेरोजगारी का कारण भी जनसंख्या विस्फोट है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पिछले 6 वर्षों में गरीबी और बेरोजगारी को दूर करने के लिए हर संभव प्रयत्न हुए हैं. उसके बाद भी ग्लोबल हंगर इंडेक्स की रिपोर्ट के अनुसार भारत में प्रतिदिन 19 करोड़ लोग लगभग भूखे पेट सोते हैं. बेरोजगारी के कारण युवा पीढ़ी हताश और निराश है, जिसके कारण आत्महत्यायें बढ़ रही हैं.
शांता कुमार ने पत्र में प्रधानमंत्री से इस बात का गिला किया है कि साल 2019 के 15 अगस्त के लाल किले के भाषण में उन्होंने पहली बार इस समस्या का जिक्र किया था और कहा था कि जनसंख्या विस्फोट चिंता का विषय है. उन्होंने कहा कि यदि यह विस्फोट है तो आज तक के लगभग 500 दिनों में सरकार ने उसे रोकने के लिए कुछ भी क्यों नहीं किया.
भुखमरी और बेरोजगारी देश के लिए एक बहुत बड़ा संकट
शांता कुमार ने पत्र में लिखा है कि कोरोना की वैक्सीन तो आ जाएगी, लेकिन जनसंख्या विस्फोट के कारण बढ़ती गरीबी, भुखमरी और बेरोजगारी देश के लिए एक बहुत बड़ा संकट बनता जा रहा है. उन्होंने प्रधानमंत्री को सुझाव दिया है कि जल्द पहल करें.
कशमीर की अनुच्छेद-370 को समाप्त करने से भी अधिक जनसंख्या विस्फोट की समस्या है. इसके लिए जल्द एक कानून बने और एक ही नारा हो हम दो-हमारे दो-अब सब के भी दो. इतना ही नहीं एक बच्चे के परिवार को इतनी अधिक सुविधाएं दी जायें, ताकि आबादी कम भी होती जाए.