कांगड़ा: कोरोना काल में प्रदेश के दूसरे बड़े मेडिकल कॉलेज से प्रदेश सरकार ने आनन-फानन में डॉक्टरों के तबादले कर दिए हैं. जानकारी के अनुसार डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद मेडिकल कॉलेज टांडा से आनन-फानन में 13 डॉक्टरों का तबादला किया गया था, लेकिन बाद में 8 डॉक्टरों का तबादला कैंसिल कर दिया गया. बाकी 5 विशेषज्ञ डॉक्टरों का चंबा व हमीरपुर मेडिकल कॉलेज में तबादला किया गया है.
डॉक्टरों के तबादले पर कांग्रेस ने उठाए सवाल
डॉक्टरों के तबादले पर कांग्रेस ने सवाल उठाए हैं. कांग्रेस पार्टी के नेताओं का कहना है कि टांडा मेडिकल कॉलेज 6 जिलों के लोगों को स्वास्थ्य सुविधा प्रदान करता है. वैसे ही टांडा मेडिकल कॉलेज में डॉक्टरों की कमी देखने को मिलती है और ऐसे समय में प्रदेश सरकार द्वारा डॉक्टरों का तबादला करना कांगड़ा के साथ एक बार फिर सौतेला व्यवहार करना दर्शाता है.
शीघ्र ज्वाइनिंग के आदेश जारी
हैरानी इस बात यह है कि कॉलेज प्रशासन ने उन्हें यहां से रिलीव कर शीघ्र अगले स्टेशन पर ड्यूटी ज्वाइन करने के आदेश जारी किए हैं. अब इन डॉक्टरों के तबादले होने के बाद रोगियों को उपचार में दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है.
5 प्रोफेसर व एसोसिएट प्रोफेसर का तबादला
वहीं, डॉ. राजेंद्र प्रसाद मेडिकल कॉलेज टांडा के प्रिंसिपल डॉ. भानु अवस्थी का कहना है कि प्रदेश सरकार की तरफ से कॉलेज के विभिन्न विभागों के 5 प्रोफेसर व एसोसिएट प्रोफेसर स्तर के विशेषज्ञ चिकित्सकों के तबादला आदेश मेडिकल कॉलेज हमीरपुर और चंबा को जारी किए गए हैं.
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