धर्मशाला: बीएड की जेबीटी टेट में एंट्री को लेकर धर्मशाला जिला शिक्षा व प्रशिक्षण संस्थान जेबीटी प्रशिक्षु सड़कों पर उतर आए है. अपने हक की लड़ाई को डाईट धर्मशाला में पिछले सोमवार से जेबीटी प्रशिक्षु अपनी कक्षाओं का बहिष्कार कर रहे हैं . जेबीटी प्रशिक्षुओं द्वारा अपनी कक्षाओं के बहिष्कार का आज पांचवा दिन है. पांचवें दिन भी जेबीटी प्रशिक्षुओं ने डाइट धर्मशाला से स्कूल शिक्षा बोर्ड तक रोष रैली निकाली. (JBT Trainee of Dharamshala) (jbt trainees class boycott)
वहीं, शिक्षा विभाग की इस दोहरी नीति के विरोध में रोष रैली निकाल जेबीटी यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष मोहित ठाकुर ने कहा कि हाल ही में हिमाचल प्रदेश शिक्षा बोर्ड धर्मशाला ने विभिन्न विषयों की टेट परीक्षा के फार्म निकाले हैं, जिसमें जेबीटी टेट परीक्षा में इस बार बीएड वालों को भी एंट्री दी गई है, जिस पर जेबीटी यूनियन ने रोष प्रकट किया है. मोहित ठाकुर ने कहा कि जब से स्कूल शिक्षा बोर्ड द्वारा जेबीटी प्रशिक्षण की परीक्षा में बीएड प्रशिक्षुओं को मान्यता दी है, तब से जेबीटी कर रहे प्रशिक्षुओं ने भी अपनी कक्षाओं का बहिष्कार कर दिया है.
उन्होंने स्कूल शिक्षा बोर्ड पर आरोप लगाते हुए कहा कि जेबीटी टेट में बीएड को लाने से हमारे हक को छीना जा रहा है. हम तब तक कक्षाओं का बहिष्कार करेंगे, जब तक शिक्षा विभाग इसे ठीक नहीं करता. उन्होंने कहा कि यह शिक्षा बोर्ड का बहुत ही गलत निर्णय है. इस निर्णय से प्रदेश के 45 हजार जेबीटी के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है.
शिक्षा विभाग 2018 की नोटिफिकेशन का हवाला देकर बीएड को एंट्री दे रहा है लेकिन वह नोटिफिकेशन तो राजस्थान हाईकोर्ट ने खारिज कर दी थी. हिमाचल में भी केस रिव्यू के लिए हाई कोर्ट में लगा हुआ है. मोहित ठाकुर ने कहा कि जब तक जेबीटी टेट में बीएड प्रशिक्षुओं को बाहर नहीं निकाला जाता तब तक जेबीटी प्रशिक्षु लगातार अपनी कक्षाओं का बहिष्कार करते रहेंगे.
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