धर्मशाला: आज के डिजिटल युग में अब हर चीजें बिल्कुल आसान हो गई हैं. एक क्लिक पर अब आप कुछ भी शॉपिंग कर सकते हैं. इतना ही नहीं बिजली बिल, मकान का किराया सहित किसी भी बिल की पेमेंट अब घर बैठे ही मोबाइल के जरिए ऑनलाइन कर सकते हैं, लेकिन इसके कुछ नुकसान भी हैं. क्योंकि साइबर क्रिमिनल इन्हीं डिजिटल पेमेंट करने वाले लोगों को अपना शिकार बनाते हैं, जिसकी वजह से कई बार लोगों को भारी नुकसान उठाना पड़ जाता है. ऐसा की एक मामला धर्मशाला से आया है. जहां टेलीग्राम के जरिए साइबर ठगों ने 26 लोगों से 70 लाख की ठगी को अंजाम दिया है.
ऑनलाइन ठगी के लिए शातिर हर दिन नए हथकंडे अपना रहे हैं. साइबर क्रिमिनल भोले-भाले लोग अपने झांसे में लेकर लाखों करोड़ों की चपत लगा रहे हैं. वहीं, धर्मशाला में इन दिनों टेलीग्राम के माध्यम से ठगी के ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं. साइबर थाना नार्थन रेंज धर्मशाला में साइबर ठगी से जुड़े 26 एफआईआर दर्ज की गई है. जिसमें करीब 70 लाख रुपये की ठगी का मामला सामने आया है. साइबर थाना नार्थन रेंज धर्मशाला में हर दिन करीब 10 से 12 शिकायतें ऑनलाइन माध्यम से प्राप्त होती हैं, जिनमें अधिकतर में ठगी की शिकायतें 10 से 12 हजार रुपये की होती है.
यही नहीं सोशल मीडिया अकाउंट से छेड़छाड़ या सोशल मीडिया के माध्यम से गलत मैसेज भेजने की शिकायतें भी सामने आती रहती हैं. जानकारी के अनुसार ऑनलाइन ठगी में 5 लाख से अधिक की ठगी की शिकायत आने पर एफआईआर दर्ज की जाती है. इसी तरह के पिछले 3 माह में 26 मामले साइबर थाना धर्मशाला में दर्ज हो चुके हैं, जिनकी तफ्तीश जारी है. वहीं, साइबर एक्सपर्टों की मानें तो अब साइबर ठग टेलीग्राम के माध्यम से लोगों को प्रमोशनल मैसेज भेजते हैं, जिसके माध्यम से होटल के लिए व्यूज देने या यूट्यूब लिंक को ओपन कर सब्सक्राइव करने और शेयर करने का टॉस्क दिया जाता है.
यही नहीं शातिरों द्वारा संबंधित व्यक्ति का आईडी भी क्रिएट कर दिया जाता है. इसके लिए पहले तो शातिरों द्वारा व्यक्ति को पैसे दे दिए जाते हैं, लेकिन धीरे-धीरे हर टास्क पूरी होने पर पैसा देने की बात तो कही जाती है, लेकिन पैसा नहीं दिया जाता. यही नहीं जब टॉस्क पूरा करने की रकम एक लाख तक पहुंच जाती है तो शातिर, संबंधितर व्यक्ति से पैसे देने की मांग करते हैं और लोग इनके झांसे में आकर ठगी का शिकार हो जाते हैं.
एएसपी साइबर थाना नार्थन रेंज धर्मशाला प्रवीण धीमान ने कहा कि शातिरों द्वारा अब टेलीग्राम के माध्यम से ठगी की जा रही है, जिसमें लोगों को टास्क दिया जाता है. पहले पैसे दिए जाते हैं, फिर बाद में एकत्रित राशि की एवज में पैसे मांगे जाते हैं. साइबर थाना में वर्तमान में 26 एफआईआर साइबर ठगी की दर्ज हैं. जिनकी एवज में करीब एक करोड़ रुपये की ठगी की गई है. उन्होंने कहा जागरूक रहकर ही ठगी से बचा जा सकता है.
ये भी पढ़ें: Rape Case In Una: भाई ने 16 साल की नाबालिग बहन को बनाया हवस का शिकार