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रैत में मुख्यमंत्री ग्राम कौशल योजना कार्यक्रम का शुभारंभ, लोगों को मिलेगा रोजगार - exhibition in rait

रैत में उपायुक्त कांगड़ा राकेश प्रजापति ने मुख्यमंत्री ग्राम कौशल योजना कार्यक्रम और सृजन कार्यक्रम का शुभारंभ किया. उन्होंने बताया कि पूरे जिले में मुख्यमंत्री ग्राम कौशल योजना को चलाया जा रहा है. इसके अंतर्गत पारंपरिक आर्ट एंड क्राफ्ट में जो लोग बहुत अच्छा काम कर रहे हैं उनको इकट्ठा कर उनके माध्यम से लोगों को प्रशिक्षित किया जाएगा, ताकि न सिर्फ लोगों को रोजगार के अवसर मिले.

DC Kangra
डीसी कांगड़ा
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Published : Oct 16, 2020, 7:27 PM IST

धर्मशाला: विकास खंड रैत में उपायुक्त कांगड़ा राकेश प्रजापति ने मुख्यमंत्री ग्राम कौशल योजना कार्यक्रम और सृजन कार्यक्रम का शुभारंभ किया. उन्होंने बताया कि पूरे जिले में मुख्यमंत्री ग्राम कौशल योजना को चलाया जा रहा है. इसके अंतर्गत पारंपरिक आर्ट एंड क्राफ्ट में जो लोग बहुत अच्छा काम कर रहे हैं उनको इकट्ठा कर उनके माध्यम से लोगों को प्रशिक्षित किया जाएगा, ताकि न सिर्फ लोगों को रोजगार के अवसर मिले. साथ ही हमारे पारंपरिक आर्ट एंड क्राफ्ट को सरंक्षित भी किया जा सके.

डीसी कांगड़ा ने कहा कि विभिन्न माध्यमों से पारंपरिक आर्ट एंड क्राफ्ट को और अधिक लुभावना और आकर्षित भी बनाया जाएगा. उन्होंने कहा कि जिला के विभिन्न विकास खंडों में इस दिशा में अलग-अलग तरह के बढ़िया काम किये जा रहे हैं. रैत विकास खंड द्वारा सृजन कार्यक्रम शुरु किया गया है. इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ग्राम कौशल योजना के साथ-साथ राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन और निजी तौर पर अच्छे काम करने वालों को इकट्ठा किया गया है और उनके माध्यम से लोगों को प्रशिक्षित किया जाएगा.

वीडियो

राकेश प्रजापति ने कहा कि इस कार्यक्रम में कांगड़ा शैली, थंका शैली, बशैली शैली, गुलेर शैली और ब्लैक पोटरी के अंतर्गत पांच-पांच लोगों को छः महीने प्रशिक्षण दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि लोग भी इस प्रशिक्षण में अपनी रुचि दिखा रहे हैं. इसके प्रोडक्ट भी इतने बढ़िया बनाए जा रहे हैं कि उनकी मार्किटिंग करना भी आसान होगा.

डीसी ने कहा कि आने वाले समय में जिला प्रशासन की यह कोशिश रहेगी कि इन योजनाओं के माध्यम से अच्छे और बढ़िया उत्पाद बनें, ताकि जिला स्तर पर एक स्थान निर्धारित कर उसे बेचा जा सके. उन्होंने कहा कि ऐसे प्रोडक्ट के लिए एक वेबसाइट भी बनाई जाए, ताकि लोग ऑनलाइन कांगड़ा के सामान को खरीद सकें. उन्होंने कहा कि कोरोना काल में कहीं भी रोजगार सृजन कर सके तो यह एक सार्थक पहल होगी.

उपायुक्त ने इस कार्यक्रम में उपस्थित विभिन्न सामान बनाने वालों से मुलाकात भी की और उनकी कला की सराहना करते हुए अपने विचार भी उनसे सांझा किए. इससे पहले उपायुक्त ने इस कार्यक्रम में प्रदर्शित विभिन्न पेंटिंग्स, बांस के समान व क्लॉथ पेंटिंग्स का बड़ी बारीकी से अवलोकन किया.

डीसी ने बीडीओ रैत को कहा कि पेंटिंग्स या अन्य सामान के बारे लिखित जानकारी भी उस पर उकेरी हो, ताकि उसके बारे में सहजता से पता चल सके. ब्लॉक में पहुंचने पर बीडीओ रैत लतिका सहजपाल ने उपायुक्त का स्वागत किया व इस कार्यक्रम के बारे में विस्तार से जानकारी दी.

ये भी पढ़ें: शिंकुला टनल निर्माण के लिए सर्वे, चिनूक हेलीकॉप्टर ने 500 किलो वजनी एंटीना लेकर ट्रायल उड़ान भरी

धर्मशाला: विकास खंड रैत में उपायुक्त कांगड़ा राकेश प्रजापति ने मुख्यमंत्री ग्राम कौशल योजना कार्यक्रम और सृजन कार्यक्रम का शुभारंभ किया. उन्होंने बताया कि पूरे जिले में मुख्यमंत्री ग्राम कौशल योजना को चलाया जा रहा है. इसके अंतर्गत पारंपरिक आर्ट एंड क्राफ्ट में जो लोग बहुत अच्छा काम कर रहे हैं उनको इकट्ठा कर उनके माध्यम से लोगों को प्रशिक्षित किया जाएगा, ताकि न सिर्फ लोगों को रोजगार के अवसर मिले. साथ ही हमारे पारंपरिक आर्ट एंड क्राफ्ट को सरंक्षित भी किया जा सके.

डीसी कांगड़ा ने कहा कि विभिन्न माध्यमों से पारंपरिक आर्ट एंड क्राफ्ट को और अधिक लुभावना और आकर्षित भी बनाया जाएगा. उन्होंने कहा कि जिला के विभिन्न विकास खंडों में इस दिशा में अलग-अलग तरह के बढ़िया काम किये जा रहे हैं. रैत विकास खंड द्वारा सृजन कार्यक्रम शुरु किया गया है. इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ग्राम कौशल योजना के साथ-साथ राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन और निजी तौर पर अच्छे काम करने वालों को इकट्ठा किया गया है और उनके माध्यम से लोगों को प्रशिक्षित किया जाएगा.

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राकेश प्रजापति ने कहा कि इस कार्यक्रम में कांगड़ा शैली, थंका शैली, बशैली शैली, गुलेर शैली और ब्लैक पोटरी के अंतर्गत पांच-पांच लोगों को छः महीने प्रशिक्षण दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि लोग भी इस प्रशिक्षण में अपनी रुचि दिखा रहे हैं. इसके प्रोडक्ट भी इतने बढ़िया बनाए जा रहे हैं कि उनकी मार्किटिंग करना भी आसान होगा.

डीसी ने कहा कि आने वाले समय में जिला प्रशासन की यह कोशिश रहेगी कि इन योजनाओं के माध्यम से अच्छे और बढ़िया उत्पाद बनें, ताकि जिला स्तर पर एक स्थान निर्धारित कर उसे बेचा जा सके. उन्होंने कहा कि ऐसे प्रोडक्ट के लिए एक वेबसाइट भी बनाई जाए, ताकि लोग ऑनलाइन कांगड़ा के सामान को खरीद सकें. उन्होंने कहा कि कोरोना काल में कहीं भी रोजगार सृजन कर सके तो यह एक सार्थक पहल होगी.

उपायुक्त ने इस कार्यक्रम में उपस्थित विभिन्न सामान बनाने वालों से मुलाकात भी की और उनकी कला की सराहना करते हुए अपने विचार भी उनसे सांझा किए. इससे पहले उपायुक्त ने इस कार्यक्रम में प्रदर्शित विभिन्न पेंटिंग्स, बांस के समान व क्लॉथ पेंटिंग्स का बड़ी बारीकी से अवलोकन किया.

डीसी ने बीडीओ रैत को कहा कि पेंटिंग्स या अन्य सामान के बारे लिखित जानकारी भी उस पर उकेरी हो, ताकि उसके बारे में सहजता से पता चल सके. ब्लॉक में पहुंचने पर बीडीओ रैत लतिका सहजपाल ने उपायुक्त का स्वागत किया व इस कार्यक्रम के बारे में विस्तार से जानकारी दी.

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