धर्मशाला: प्रदेश के बाहर से आने वाले लोगों और पर्यटकों के लिए अपनी सीमाएं खोल दी गई हैं. पंजीकरण के माध्यम से प्रदेश में पर्यटक प्रवेश कर सकते है. वहीं, प्रदेश के अंदर आने वाले पर्यटकों ने इस व्यवस्था का गलत इस्तेमाल करना शुरू कर दिया है.
बता दें कि प्रदेश के अंदर आने वाले हर पर्यटक को अपनी कोरोना रिपोर्ट दिखानी होगी. साथ में 5 दिन की बुकिंग भी दिखानी होगी, लेकिन कुछ पर्यटक इसका गलत इस्तेमाल भी कर रहे हैं. कांगड़ा में कुछ ऐसा ही मामला सामने आया है. कांगड़ा की खूबसूरत वादियां निहारने के लिए दिल्ली से पर्यटक पति और पत्नी ने 6 जुलाई की कोरोना की फर्जी निगेटिव रिपोर्ट बनाकर जिला में एंट्री ले ली.
एसपी कांगड़ा विमुक्त रंजन ने शक होने पर कोरोना की निगेटिव रिपोर्ट को क्रॉस चेक करने के लिए दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल से जानकारी ली. अस्पताल से कहा गया कि कोरोना की निगेटिव रिपोर्ट फर्जी है. इसके बाद एसपी कांगड़ा विमुक्त रंजन ने तुरंत पर्यटक पति और पत्नी को पालमपुर के भवारना के गुग्गा सलोह के एक होटल में ढूंढा और परौर स्थित क्वारंटाइन केंद्र में भेज दिया.
दोनों पर नूरपुर पुलिस थाने में धोखाधड़ी और आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है. अब दोनों की कोरोना जांच कराई जाएगी. इसके बाद रिपोर्ट के आधार पर इनके ऊपर आगे की कार्रवाई की जाएगी.
एसपी विमुक्त रंजन ने कहा कि दंपति की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर पहले इनका इलाज कराया जाएगा. इसके बाद इन्हें गिरफ्तार कर कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
ऐसे पकड़ा दंपति
पुलिस के अनुसार दिल्ली के पति और पत्नी ने मंगलवार को भी कांगड़ा जिला में एंट्री करने की कोशिश की थी. दोनों को नूरपुर के पास कंडवाल बैरियर पर पुलिस ने रोक लिया था. दोनों ने पुलिस को कहा कि उन्होंने टेस्ट करवाया है.
पुलिस ने इस रिपोर्ट को नहीं माना और कोरोना का आरटी पीसीआर टेस्ट करवाने के लिए कहा. उसके बाद बुधवार सुबह को कंडवाल बैरियर पर दंपति फिर से पहुंच गया. दोनों ने पुलिस को आरटी पीसीआर टेस्ट की निगेटिव रिपोर्ट दिखाई.
इसके बाद दोनों को जिला में एंट्री दे दी गई. दोनों ने पालमपुर के होटल में पांच दिन के लिए बुकिंग करवाई थी. दोनों होटल में किसी कारणवश नहीं ठहरे. दोनों भवारना के पास सलोह पैलेस में ठहरे. एसपी विमुक्त रंजन ने शक होने पर तुरंत दिल्ली पुलिस से संपर्क साधा, जहां दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल में क्रॉस चेकिंग के लिए रिपोर्ट भेजी. इसके बाद दंपति के फर्जीवाड़े का पर्दाफाश हुआ.
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