धर्मशालाः पूरी दुनिया मे इस वक्त कोरोना महामारी फैली हुई है. दुनिया के तमाम देश इस महामारी की चपेट में आ चुके हैं. भारत में कोरोना वायरस से बचने के लिए पूरे देश को लॉकडाउन किया गया है. इस लॉकडाउन से जहां महामारी से बचा जा रहा है, वहीं, बहुत से कारोबार संकट का सामना कर रहे हैं.
फूलों और पौधों की खेतीबाड़ी करने वाले लोगों पर इस वक्त संकट आ गया है क्योंकि लॉकडाउन से उनके कारोबार में काफी फर्क पड़ा है, जिस वजह से काफी समस्याओं का सामना इन लोगों को करना पड़ रहा है.
बता दें की लॉकडाउन होने से जहां मंदिरों को बंद किया है, तो वहीं शादियों और अन्य कार्यक्रमों पर भी रोक लगी है. जिस वजह से फूलों का करोबार करने वालों पर काफी असर हुआ है.
इस वक्त सीजन का दौर होता है जिस वक्त फूल और उनके पोधों की बिक्री अच्छे स्तर पर होती थी, लेकिन कोरोना वायरस ने आफत बरपा दी है.
करोबारी जहां अपने नुकसान की बात कर रहे हैं वहीं, सरकार द्वारा उठाए गए लॉकडाउन के फैसले का स्वागत भी कर रहे हैं, जिससे इस महामारी से बचा जा सके.
जिला कांगड़ा की नगरोटा विधानसभा के मला पंचायत के फूल कारोबारी राजेश कुमार ने इटीवी से बातचीत में कहा कि वो फूलों की नर्सरी का काम करते हैं और लॉकडाउन से उनके करोबार में काफी नुकसान हो रहा है.
राजेश कुमार ने कहा कि तमाम नर्सरी का नुकसान हुआ है. उन्होंने कहा कि सीजन के जो पौधे होते हैं वो नहीं बिके हैं. जनवरी, फरवरी, मार्च, अप्रैल के महीने सीजन के महीने होते हैं और इस बीमारी की वजह से लगभग 2 से 3 लाख का नुकसान हो चुका है.
वहीं, कच्चा माल जो है वो खराब हो जाता है, जिस वजह से नुकसान में बढ़ोतरी हुई है. उन्होंने कहा कि भले ही लॉकडाउन से नुकसान हो रहा हो, लेकिन लॉकडाउन से ही बचा जा सकता है, जिस वजह से सरकार के फैसले का स्वागत करते हैं. उन्होंने कहा कि लॉकडाउन होने से प्रदेश की स्थिति काफी बेहतर है.
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