कांगड़ा: चंबा पीडब्ल्यूडी औैर जनस्वास्थ्य विभाग में काम करने वाले ठेकेदारों की बैठक का आयोजन आज धर्मशाला में ठेकेदार यूनियन के प्रधान नवनीत ठाकुर की अध्यक्षता में किया गया. इस बैठक के दौरान ठेकेदारों ने विभिन्न विषयों पर चर्चा की गई. ठेकेदारों का कहना था कि वर्तमान समय में रेत, बजरी, सीमेंट, पत्थर, तारकोल, डीजल इत्यादि के रेट तेजी से बढ़ रहे हैं. इस वजह से ठेकेदारों को निर्माण कार्य करवाने में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
माइनिंग रॉयल्टी बिल पर ठेकेदारों की आपत्ति
ठेकेदारी यूनियन के प्रधान नवनीत ठाकुर ने बताया कि विभाग की ओर से जारी निर्देशों के अनुसार जो भी ठेकेदार विभाग में किसी प्रकार का निर्माण कार्य करता है, जिसमें प्रयोग की जाने वाली रेत, बजरी, पत्थर इत्यादि का एक्स फार्म सलंग्न नहीं करता है तब तक उस काम की पेमेंट नहीं की जाती.
हालांकि ठेकेदार सरकार की ओर से स्वीकृत स्टोन क्रेशर से ही पूरा मेटीरियल जीएसटी बिल देकर ही खरीद करता है. ठेकेदार किसी भी प्रकार का खनन नहीं करता तो सरकार ठेकेदारों से माइनिंग रॉयल्टी का बिल किस लिए मांगती है. उन्होंने कहा कि माइनिंग रॉयल्टी बंद की जाए और ठेकेदारों से जीएसटी का बिल ही लिया जाए.
मुख्यमंत्री से मिलकर उन्हें बताएंगे अपनी समस्या
बैठक के दौरान जिला कांगड़ा-चंबा के ठेकेदारों ने निर्णय लिया है कि जैसे ही प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर कांगड़ा प्रवास पर आएंगे तो यूनियन उनसे मिलकर अपनी मांगों को उनके समक्ष रखेगी, ताकि ठेकेदारों को पेश आ रही समस्याओं का समाधान निकाला जा सके.
ठेकेदारों ने कहा कि अगर उनकी मांगों पर प्रदेश सरकार विचार करके कोई समाधान नहीं निकालती है तो अगली रणनीति बनाई जाएगी. ठेकेदारों ने कहा कि अगर उनकी समस्या को हल नही किया गया तो उन्हें विवश होकर निर्माण कार्य रोकने पड़ेंगे.
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