धर्मशालाः कोरोना महामारी के दौरान अनाथ हुए बच्चों को हर महीने 2-2 हजार रुपये आर्थिक सहायता देने के बाद हिमाचल कांग्रेस अब प्रदेश में रहने वाले विशेष बच्चों (नेत्रहीन, मूक बधिर, विकलांग) का जिम्मा उठाएगी. साथ में ही इनको स्पेशल मास्क और जरूरत की चीजें देगी.
विशेष बच्चों का कोरोना महामारी के दौर में ध्यान देने की जरूरत
कांग्रेस की कोरोना रिलीफ वर्क कमेटी के अध्यक्ष एवं पूर्व मंत्री जीएस बाली ने प्रेस को जारी विज्ञप्ति में जानकारी देते कहा कि हिमाचल प्रदेश में जो बच्चे बोलने में, देखने में और चलने-फिरने में असमर्थ हैं. उन पर कोरोना महामारी के दौर में विशेष ध्यान देने की जरूरत है. कांग्रेस पार्टी ने सूबे में रहने वाले विशेष बच्चों की जरूरतों को पूरा करने का जिम्मा उठाया है.
जीएस बाली ने जयराम सरकार को सलाह देते हुए कहा कि सरकार हिमाचल में रहने वाले विशेष बच्चों के लिए विशेष अभियान चलाकर उनका कोरोना टेस्ट करवाए. इस वक्त विशेष बच्चों का खास ध्यान रखने की जरूरत है.
जीएस बाली ने की लोगों से अपील
वहीं, जीएस बाली ने लोगों से अपील की है कि अगर उनके आसपास किसी विशेष बच्चे को मदद की दरकार है तो कांग्रेस पार्टी के टोल फ्री नंबर 18001808012 और लैंड लाइन नंबर 01892260038 पर 24 घंटे फोन कर सकते हैं.
टांडा अस्पताल में सुपर स्पेशलिटी बंद क्यों
बाली ने आरोप लगाया कि टांडा अस्पताल में सुपर स्पेशलिटी ब्लॉक सरकार की नाकामी की वजह से बंद हो गया. प्रदेश के कई निजी अस्पतालों में कोरोना के साथ सुपर स्पेशलिटी का इलाज भी हो रहा है. अगर निजी अस्पताल ऐसा कर सकते हैं तो टांडा अस्पताल में क्यों नहीं हो सकता है? कांगड़ा, चंबा, हमीरपुर, ऊना और मंडी जिलों के गरीब लोगों की टांडा अस्पताल में हार्ट, लिवर, न्यूरो संबंधी सर्जरी नहीं हो रही.
ये भी पढ़ें- हरियाणा पुलिस की गिरफ्त में आए आरोपी का बड़ा खुलासा, बोला: हिमाचल के बद्दी में है नकली रेमडेसिविर की फैक्टरी