धर्मशालाः निर्वासित तिब्बत सरकार के मुख्य चुनाव आयुक्त वांगड़ु सेरिंग ने शुक्रवार को जानकारी देते हुए बताया कि निर्वसित तिब्बत सरकार के राष्ट्रपति के चुनावों के लिए पंजीकृत 83,080 तिब्बतियों में से 63,991 तिब्बतियों ने ही अपने मतका प्रयोग किया. इस हिसाब से 77.02 प्रीतिशत तिब्बतियों ने ही इस चुनाव प्रक्रिया के दौरान भाग लिया. निर्वासित तिब्बत सरकार के मुख्य चुनाव आयुक्त वांगड़ु सेरिंग ने नए नवनिर्वाचित राष्ट्रपति पेंपा सेरिंग को बधाई दी है.
इस मौके पर मुख्य चुनाव आयुक्त वांगड़ु सेरिंग ने पेंपा सेरिंग को 34,3324 वोटों के साथ तिब्बती चुनावी नियमों और विनियमों के अनुछेद 69 के अनुसार केंद्रीय तिब्बती प्रशासन के नए नवनिर्वाचित राष्ट्रपति के रूप में घोषित किया.
चुनाव आयुक्त ने चुनाव प्रक्रिया में शामिल 45 तिब्बती चुनाव आयोगों और 2000 से अधिक सदस्यों व स्वयंसेवकों के अथक प्रयासों और पहल का आभार का जताते हुए 2021 के चुनावों को सफल बनाने के लिए उनकी लोकतांत्रिक भावना, जिम्मेदार और सम्मानजनक अभियानों के श्रेय देते हुए प्रत्येक प्रतियोगी और मतदाताओं को बधाई दी है.
इन पदों पर अपनी सेवाएं दे चुके है पेंपा सेरिंग
पेंपा सेरिंग निर्वासित तिब्बत संसद में 2 बार अध्यक्ष रह चुके हैं. वह अमेरिका में बौद्ध धर्मगुरु दलाईलामा के प्रतिनिधि पद पर भी तैनात रह चुके हैं. उन्होंने पिछली बार भी प्रधानमंत्री पद के लिए चुनाव लड़ा था, जिसमें वह दूसरे नंबर पर रहे थे. वह निर्वासित तिब्बत सरकार के स्पीकर भी रह चुके हैं. इसी के साथ राष्ट्रपति पद के दूसरे उम्मीदवार केलसंग दोरजे भी निर्वासित तिब्बत सरकार में बड़े अधिकारी रह चुके हैं. उनको प्रधानमंत्री लोबसंग सांग्ये का खास माना जाता रहा है.
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