धर्मशाला: केंद्रीय विश्वविद्यालय हिमाचल प्रदेश में जनवरी 2024 से 7 ऑनलाइन कोर्सेज शुरू करने जा रहा है. इन कोर्सेज में एमबीए, एमबीए, एमबीए ट्रैवल एंड टूरिज्म, एमए पॉलिटिकल साइंस, एमए इकोनॉमिक्स, जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन और एमकॉम कोर्स शामिल हैं. वहीं, इन कोर्सेज में विदेशी स्टूडेंट्स की 50 फीसदी भागीदारी होने की संभावना विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से जताई जा रही है. दरअसल, केंद्रीय विश्वविद्यालय हिमाचल प्रदेश धर्मशाला के कुलपति प्रो.सत प्रकाश बंसल ने बताया कि नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 का उद्देश्य है कि देश में जीआर रेशो बढ़े और हायर एजुकेशन में 50 फीसदी तक पहुंचे.
7 ऑनलाइन कोर्सेज शुरू करने की मिली मंजूरी: सत प्रकाश बंसल ने बताया कि केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय भी चाहता है कि कुछ कोर्सेज को मिश्रित मोड के तहत भी शुरू किया जाए, जिसमें ऑनलाइन एजुकेशन भी शामिल है. इसी के तहत क्वालिटी एजुकेशन के लिए केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय और यूनिवर्सिटी ग्रांट कमीशन की गाइडलाइन के अनुसार A प्लस या उससे ऊपर के ग्रेड वाले विश्वविद्यालय ऑनलाइन कोर्सेज शुरू कर सकते हैं. वीसी ने बताया कि Aप्लस ग्रेड आने के बाद केंद्रीय विश्वविद्यालय हिमाचल प्रदेश ने इस दिशा में प्रयास शुरू किए. हाल ही में अपने दिल्ली दौरे के दौरान उन्होंने यूजीसी के डिस्टेंस एजुकेशन ब्यूरो (डीईबी) से बातचीत करके 10 ऑनलाइन कोर्सेज के लिए आवेदन किया था, जिसमें से यूजीसी की ओर से केंद्रीय विश्वविद्यालय को 7 कोर्सेज शुरू करने की मंजूरी प्रदान कर दी गई है.
कुलपति बंसल ने कहा कि केंद्रीय विश्वविद्यालय में चल रहे रेगुलर कोर्सेज में ही ऑनलाइन एजुकेशन की अनुमति प्रदान की है. नीड और स्किल बेस्ट कोर्सेज को पहले रेगुलर मोड और बाद में ऑनलाइन मोड पर चलाया जाएगा, ऐसे 13 कोर्सेज को रेगुलर बेस पर चलाने के बाद ऑनलाइन मोड पर चलाने हेतू अनुमति की जरूरत नहीं रहेगी. ऑनलाइन मोड पर कोर्सेज शुरू होने से 50 फीसदी एनरोलमेंट विदेशी स्टूडेंट्स की होगी, इस संबंध में केंद्रीय विश्वविद्यालय से कई विदेशी स्टूडेंट्स की ओर से जानकारी भी हासिल की गई है. ऑनलाइन कोर्सेज शुरू होने के बाद केंद्रीय विश्वविद्यालय अंतरराष्ट्रीय सहयोग भी प्राप्त करेगा.
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