मनाली: मनाली-लेह मार्ग के रोहतांग दर्रे के दोनों छोर को जोड़ दिया गया है. बर्फबारी होने से दर्रे पर वाहनों की आवाजाही में अभी दो दिन लग सकते है, लेकिन बीआरओ ने दर्रे के दोनों छोर जोड़कर लाहौल के लोगों को राहत प्रदान की है. पिछले वर्ष बीआरओ ने रोहतांग दर्रे के छोर 11 मई को जोड़े थे और इस बार उन्होंने यह कामयाबी दो सप्ताह पहले ही हासिल कर ली है. रोहतांग बहाल करने को लेकर बीआरओ ने दर्रे के दोनों ओर मनाली व कोकसर से बर्फ हटाने की मुहिम शुरू की थी.
बीआरओ के जवानों ने रविवार को रोहतांग दर्रे के दोनों छोर जोड़ दिए हैं. रविवार दोपहर से दर्रे में बर्फबारी के चलते बचा हुआ काम प्रभावित हुआ है, लेकिन बीआरओ का दावा है कि 2 से 3 दिनों के अंदर रोहतांग दर्रे पर वाहन दौड़ने लगेंगे. सीमा सड़क संगठन के जवानों के पसीने ने बर्फ की मोटी चादर को पिघला दिया है. 0 से नीचे तापमान पर रोहतांग दर्रे में बहाली का काम संगठन के जवानों के लिए किसी चुनौती से कम नहीं था. इस बार जवानों ने अधिकतर समय खराब मौसम के चलते दिन के साथ-साथ रात को भी माइनस डिग्री में काम करके दरें को बहाल किया है.
रविवार को संगठन के जवानों की मेहनत रंग लाई और दर्रे के दोनों छोर जुड़ गए. निरीक्षण करने रोहतांग पहुंचे संगठन के कमांडर कर्नल उमा शंकर ने डोजर ऑपरेटरों को बधाई दी. उन्होंने कहा कि दर्रे के दोनों छोर जुड़ गए है और 2-3 दिनों में यह दर्रा वाहनों के लिए भी खोल दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि दर्रे में अभी बर्फबारी हो रही है और लोगों को हालात देखकर ही दर्रे का रुख करना चाहिए.
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