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धर्मशाला: मां की मौत के बाद बेटे का आरोप, कोविड केयर सेंटर में निकाल लिए गए सोने के गहने

पालमपुर के साथ लगती पहाड़ा पंचायत के एक व्यक्ति ने कोविड केयर सेंटर में मरीजों को लूटने का आरोप लगाया है. वहीं, उपायुक्त कांगड़ा से भी इसकी शिकायत की है. उपायुक्त राकेश कुमार प्रजापति ने इस शिकायत पर कार्रवाई करते हुए सीएमओ कांगड़ा डॉ. गुरदर्शन गुप्ता को इस मामले की गहनता से जांच करने के लिए भेज दिया है.

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Published : May 21, 2021, 3:55 PM IST

Updated : May 21, 2021, 6:56 PM IST

धर्मशालाः इस कोरोना काल के दौर में जहां जिला कांगड़ा में मामले बढ़ रहे हैं तो वहीं इस संक्रमण के चपेट में आने से कई लोग अपनी जान भी गवां रहे हैं. इस कोरोना काल के दौरान मानवता को शर्मसार करने की घटना भी सामने आई है. पालमपुर के साथ लगती पहाड़ा पंचायत के एक व्यक्ति ने कोविड केयर सेंटर में मरीजों को लूटने का आरोप लगाया है. वहीं, उपायुक्त कांगड़ा से भी इसकी शिकायत की है. उपायुक्त राकेश कुमार प्रजापति ने इस शिकायत पर कार्रवाई करते हुए सीएमओ कांगड़ा डॉ. गुरदर्शन गुप्ता को इस मामले की गहनता से जांच करने के लिए भेज दिया है.

जानकारी के अनुसार पाहड़ा पंचायत के तप्पा निवासी बलवंत ने जिलाधीश को दी गई शिकायत में लिखा है कि उसकी 60 वर्षीय माता चम्पा देवी 14 मई को पालमपुर अस्पताल में भर्ती थीं. पॉजिटिव पाए जाने पर 15 मई को कोविड केयर सेंटर पपरोला आयुर्विज्ञान महाविद्यालय में भर्ती करवाया था, लेकिन उसी रात वहां मौत हो गई. 16 मई को सूचना मिलने पर हम पपरोला पहुंचे और पंचायत प्रधान की मौजूदगी में उनका अंतिम संस्कार किया गया.

बलवंत ने जानकारी देते हुए बताया कि जब उनकी मां को अस्पताल में भर्ती किया था तब उनके हाथ में 3 सोने की अंगूठियां, कानों में बालियां व मंगलसूत्र पहना था. इन सभी आभूषणों की कीमत करीब डेढ़ लाख के करीब थी. बलवंत ने कहा कि उन्हें इस लूट का पता तब लगा जब वे संस्कार के बाद चिता को धो रहे थे. उन्होंने बताया कि शव कोविड प्रोटोकॉल के चलते पूरी तरह लिपटा था इसलिए संस्कार से पहले इस बात का पता नहीं चला. चिता की राख में सिर्फ पैरों की बिच्छिया ही मिली, लेकिन अंगूठियां, मंगलसूत्र व बालियां राख में नहीं मिली और न ही अस्पताल प्रबंधन ने लौटाई, उन्होंने जिलाधीश से सारे प्रकरण की जांच करने का आग्रह किया है.

ड्यूटी पर तैनात सभी स्टाफ से की गई पूछताछ

पपरोला स्थित कोविड केयर सेंटर का जिम्मेदारी संभाल रहे एमएस डाॅ. कुलदीप बन्याल ने कहा कि सीएमओ कांगड़ा के माध्यम से उनके पास ऐसी शिकायत आई है. उन्होंने कहा कि अगर ऐसी घटना हुई है तो इसकी जांच की जाएगी. उन्होंने कहा कि शिकायत मिलने पर उस वक्त ड्यूटी पर तैनात सभी स्टाफ से पूछताछ की गई है, लेकिन सब ने ऐसा करने से इंकार किया है.

उन्होंने कहा कि जब हमने परिजनों को शव की शिनाख्त करवाई थी, अगर उस समय शिकायत करते तो सच सामने लाने में आसानी होती. उन्होंने कहा कि दोबारा ऐसा न हो, इसके लिए अब मरीजों के सामान की एक सूची तैयार की जाएगी.

भविष्य में किसी भी व्यक्ति की मौत के बाद न हो ऐसी वारदात

मृतक महिला के पुत्र बलवंत का कहना है कि उनके साथ जो होना था वह हो गया. मां के गहने मिलें या न मिलें, इससे उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता उनकी कोशिश सिर्फ इतनी है कि भविष्य में किसी भी व्यक्ति की मौत के बाद ऐसी वारदात न हो,इसलिए जांच की मांग की है, ताकि अगर ऐसा हो रहा है तो ऐसा करने वालों को सजा मिले.

ये भी पढ़ें: ईसाई परिवार ने श्मशान घाट में दान कर दी मकान के लिए खरीदी लकड़ी, कहा: बाद में बना लेंगे घर

धर्मशालाः इस कोरोना काल के दौर में जहां जिला कांगड़ा में मामले बढ़ रहे हैं तो वहीं इस संक्रमण के चपेट में आने से कई लोग अपनी जान भी गवां रहे हैं. इस कोरोना काल के दौरान मानवता को शर्मसार करने की घटना भी सामने आई है. पालमपुर के साथ लगती पहाड़ा पंचायत के एक व्यक्ति ने कोविड केयर सेंटर में मरीजों को लूटने का आरोप लगाया है. वहीं, उपायुक्त कांगड़ा से भी इसकी शिकायत की है. उपायुक्त राकेश कुमार प्रजापति ने इस शिकायत पर कार्रवाई करते हुए सीएमओ कांगड़ा डॉ. गुरदर्शन गुप्ता को इस मामले की गहनता से जांच करने के लिए भेज दिया है.

जानकारी के अनुसार पाहड़ा पंचायत के तप्पा निवासी बलवंत ने जिलाधीश को दी गई शिकायत में लिखा है कि उसकी 60 वर्षीय माता चम्पा देवी 14 मई को पालमपुर अस्पताल में भर्ती थीं. पॉजिटिव पाए जाने पर 15 मई को कोविड केयर सेंटर पपरोला आयुर्विज्ञान महाविद्यालय में भर्ती करवाया था, लेकिन उसी रात वहां मौत हो गई. 16 मई को सूचना मिलने पर हम पपरोला पहुंचे और पंचायत प्रधान की मौजूदगी में उनका अंतिम संस्कार किया गया.

बलवंत ने जानकारी देते हुए बताया कि जब उनकी मां को अस्पताल में भर्ती किया था तब उनके हाथ में 3 सोने की अंगूठियां, कानों में बालियां व मंगलसूत्र पहना था. इन सभी आभूषणों की कीमत करीब डेढ़ लाख के करीब थी. बलवंत ने कहा कि उन्हें इस लूट का पता तब लगा जब वे संस्कार के बाद चिता को धो रहे थे. उन्होंने बताया कि शव कोविड प्रोटोकॉल के चलते पूरी तरह लिपटा था इसलिए संस्कार से पहले इस बात का पता नहीं चला. चिता की राख में सिर्फ पैरों की बिच्छिया ही मिली, लेकिन अंगूठियां, मंगलसूत्र व बालियां राख में नहीं मिली और न ही अस्पताल प्रबंधन ने लौटाई, उन्होंने जिलाधीश से सारे प्रकरण की जांच करने का आग्रह किया है.

ड्यूटी पर तैनात सभी स्टाफ से की गई पूछताछ

पपरोला स्थित कोविड केयर सेंटर का जिम्मेदारी संभाल रहे एमएस डाॅ. कुलदीप बन्याल ने कहा कि सीएमओ कांगड़ा के माध्यम से उनके पास ऐसी शिकायत आई है. उन्होंने कहा कि अगर ऐसी घटना हुई है तो इसकी जांच की जाएगी. उन्होंने कहा कि शिकायत मिलने पर उस वक्त ड्यूटी पर तैनात सभी स्टाफ से पूछताछ की गई है, लेकिन सब ने ऐसा करने से इंकार किया है.

उन्होंने कहा कि जब हमने परिजनों को शव की शिनाख्त करवाई थी, अगर उस समय शिकायत करते तो सच सामने लाने में आसानी होती. उन्होंने कहा कि दोबारा ऐसा न हो, इसके लिए अब मरीजों के सामान की एक सूची तैयार की जाएगी.

भविष्य में किसी भी व्यक्ति की मौत के बाद न हो ऐसी वारदात

मृतक महिला के पुत्र बलवंत का कहना है कि उनके साथ जो होना था वह हो गया. मां के गहने मिलें या न मिलें, इससे उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता उनकी कोशिश सिर्फ इतनी है कि भविष्य में किसी भी व्यक्ति की मौत के बाद ऐसी वारदात न हो,इसलिए जांच की मांग की है, ताकि अगर ऐसा हो रहा है तो ऐसा करने वालों को सजा मिले.

ये भी पढ़ें: ईसाई परिवार ने श्मशान घाट में दान कर दी मकान के लिए खरीदी लकड़ी, कहा: बाद में बना लेंगे घर

Last Updated : May 21, 2021, 6:56 PM IST
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