धर्मशालाः अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की धर्मशाला महाविद्यालय इकाई ने शुक्रवार को मूलभूत समस्याओं व मांगों को लेकर कॉलेज परिसर में नारेबाजी की. एबीवीपी के कार्यकर्ताओं ने कॉलेज प्राचार्य डॉ. राजेश शर्मा से मांग की है कि जल्द से जल्द विद्यार्थियों को मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएं. परिसर में कूड़ेदानों की उचित व्यवस्था न होने के कारण कूड़ा कचरा यहां वहां बिखरा रहता है.
कॉलेज के कुछ कमरों में शीशे लंबे समय से टूटे हैं पर इनकी मरम्मत अभी तक नहीं हो सकी है. शौचालयों की उचित व्यवस्था व रखरखाव सही नहीं है. आर्ट ब्लॉक से लेकर साइंस ब्लॉक तक रेन शेड बनना था, लेकिन यह अभी तक नहीं बन पाया है. कॉलेज में कई प्राध्यापकों के पद खाली हैं. इस कारण विद्यार्थियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है, क्योंकि कोविड काल के बाद से अब तक लंबे समय के बाद ऑफलाइन कक्षाएं शुरू हुई हैं, लेकिन प्राध्यापकों की कमी के कारण पूरी कक्षाएं नहीं लग पा रही हैं.
इकाई अध्यक्ष मालिनी ठाकुर व इकाई सचिव संजीव कुमार ने मांग की है कि पुस्तकालय को जल्द सैनिटाइज किया जाए. सफाई की उचित व्यवस्था हो. महाविद्यालय में जल्द एमकॉम डिपार्टमेंट बनाया जाए. उचित पानी की व्यवस्था की जाए. महाविद्यालय में स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा स्थापित की जाए.
रजिस्ट्रार व डीएसडब्ल्यू अपना इस्तीफा देंने की रखी मांग
वहीं, दूसरी ओर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का केंद्रीय विश्वविद्यालय धर्मशाला में अनिश्चितकाल धरना दूसरे दिन भी जारी रहा. धौलाधार परिसर में डीएसडब्लयू की ओर से डीआर के साथ बुलाई गई बैठक का बहिष्कार किया गया है. सीयू एबीवीपी के इकाई अध्यक्ष वैभव खरवाल ने कहा कि डी.आर. का कहना है कि जब तक केंद्रीय विश्वविद्यालय को खोला नहीं जाता और डी.एस. डब्लयू रजिस्ट्रार इस्तीफा नहीं देते तब तक छात्रों के साथ कोई बातचीत नहीं होगी. उन्होंने कहा कि विद्यार्थी परिषद की सीधी और स्पष्ट मांग है कि जल्द से जल्द रजिस्ट्रार व डी.एस.डब्ल्यू. अपना इस्तीफा दें.
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