धर्मशाला: हिमाचल पथ परिवहन निगम यानी एचआरटीसी ही सरकार को करोड़ों रुपये के राजस्व का चूना लगा रही है. जिला कांगड़ा में निगम का 300 करोड़ रुपये के लगभग स्पेशल रोड टैक्स (एसआरटी) पेंडिंग है. हालांकि एसआरटी की इतनी बड़ी राशि में पेंडिंग भुगतान बारे परिवहन विभाग द्वारा समय-समय पर एचआरटीसी से कम्यूनिकेट किया जाता है, इसके बावजूद पेंडिंग एसआरटी को जमा करवाने की ओर निगम द्वारा कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई जा रही है.
एसआरटी के यह पेंडिंग राशि जिला कांगड़ा में स्थित एचआरटीसी के विभिन्न डिपूओं की है. सूत्रों की मानें तो एसआरटी की यह पेंडिंग राशि वर्ष 2008 से लेकर अब तक की है, वहीं कुछ निगम डिपूओं की एसआरटी स्टेटमेंट आना अभी बाकी है. परिवहन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार निगम के क्षेत्रीय प्रबंधकों की ओर से जो एसआरटी स्टेटमेंट भेजी जाती है, उसे परिवहन विभाग क्रॉस वेरिफाई भी करता है.
आरटीओ धर्मशाला डॉ. मेजर विशाल शर्मा का कहना है कि जिला कांगड़ा में एचआरटीसी का 300 करोड़ रुपये के लगभग एसआरटी पेंडिंग है. कुछ डिपो की एसआरटी स्टेटमेंट आना अभी बाकी है. आरटीओ ने बताया कि आरएम की ओर से जो एसआरटी स्टेटमेंट आती है, उसे क्रॉस वेरिफाई किया जाता है. पेंडिंग एसआरटी के संबंध में समय-समय पर एचआरटीसी से कम्यूनिकेट किया जाता है कि आपका एसआरटी देय है, उसका भुगतान करें.
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