हमीरपुर: कर्मचारी चयन आयोग हमीरपुर के तहत अप्रैल 2022 में आयोजित जूनियर ऑफिस अस्सिटेंट पोस्ट कोड-939 में ओएमआर शीट में छेड़छाड़ पर 2 कर्मचारियों पर केस दर्ज किया गया है. इस परीक्षा का अंतिम परिणाम आना अभी बाकी है, लेकिन ओएमआर शीट में टेंपरिंग कर चयन आयोग के दो चपरासियों ने 2 अभ्यर्थियों को ओएमआर की लिखित परीक्षा में पास करवाया है. इस मामले में 2 अभ्यर्थियों और कर्मचारी चयन आयोग के दो चपरासियों पर केस दर्ज किया गया है.
एफआईआर दर्ज होने के बाद जांच में जुटी विजिलेंस हमीरपुर की टीम अब जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर सकती है. मामले में पोस्टकोड-965 जूनियर ऑफिस असिस्टेंट आईटी का पर्चा 24 दिसंबर 2022 को लीक होने के बाद एफआईआर दर्ज की गई थी. इस मामले के मुख्य आरोपी उमा आजाद की भतीजी पोस्टकोड-939 की लिखित परीक्षा पास कर चुकी है. इस परीक्षा का आयोजन अप्रैल महीने में किया गया था, जिसमें कुल 67,434 अभ्यर्थियों ने हिस्सा लिया था. 295 पदों को भरने के लिए यह भर्ती प्रक्रिया शुरू की गई थी, लेकिन मामला कोर्ट में लंबित होने के चलते अभी तक इसका अंतिम परिणाम घोषित नहीं हो पाया है.
बताया जा रहा है कि पोस्टकोड-939 ओएमआर शीट टेंपरिंग मामले में आरोपी एक चपरासी आयोग के पूर्व सचिव के साथ अटैच था. ऐसे में मामले में अधिक जांच होने के बाद अन्य कई कर्मचारियों की संलिप्तता भी इसमें पाई जा सकती है. संभावना जताई जा रही है कि पेपर लीक की भूमिका को लेकर भी विजिलेंस जांच कर रही है. पेपर लीक मामला सामने आने के बाद ही ओएमआर शीट टेंपरिंग की शिकायत भी विजिलेंस को मिली थी.
ओएमआर शीट में सही आंसर भरकर पास करवा दिए थे कांगड़ा के 2 अभ्यर्थी: विजिलेंस की जांच में खुलासा हुआ है कि कर्मचारी चयन आयोग में कार्यरत चपरासियों ने ओएमआर शीट में सही आंसर भरकर 2 अभ्यर्थियों को पास करवा दिया था. जब यह ओएमआर शीट परीक्षा केंद्रों से वापस आयोग के कार्यालय में पहुंचे तो इन दोनों आरोपियों ने खाली रखे गए प्रश्नों के उत्तर के कॉलम को भरकर ओएमआर शीट से टेंपरिंग की थी. जांच के दौरान दोनों चपरासियों के खिलाफ पुख्ता सबूत मिलने के बाद विजिलेंस ने एफआईआर दर्ज कर ली है. जल्द ही इस मामले में सभी आरोपियों की गिरफ्तारी की जा सकती है.
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