ETV Bharat / state

हमीरपुर: खूनी वारदात के बाद ट्रोल हो रही पुलिस, व्यवस्थाओं पर उठे सवाल - Superintendent of Police Hamirpur Karthikeyan Gokul Chandran

हमीरपुर में हुई खूनी वारदात को लेकर प्रदेश पुलिस और हमीरपुर पुलिस पर सवाल उठने लगे हैं. सोशल मीडिया पर पुलिस को ट्रोल किया जा रहा है. लोगों ने सवाल उठाया है कि कोरोना को लेकर की गई सख्ती के बावजूद लुधियाना से एक ही परिवार के 20 लोग हमीरपुर कैसे पहुंच गए.

Photo
फोटो
author img

By

Published : Jun 11, 2021, 10:14 AM IST

हमीरपुर: नगर परिषद हमीरपुर में बुधवार रात को पेश आई खूनी वारदात के मामले में प्रदेश पुलिस सोशल मीडिया पर खूब ट्रोल हो रही है. मामले में पीड़ित पक्ष के लोगों और सोशल मीडिया यूजर्स द्वारा यह सवाल उठाया जा रहा है कि कोरोना कर्फ्यू के दौरान बिना पंजीकरण और कोरोना निगेटिव रिपोर्ट के प्रदेश में कोई प्रवेश नहीं कर सकता है तो ऐसे में लुधियाना से 20 लोगों का परिवार कैसे रातों-रात हमीरपुर पहुंचकर खून की होली खेलकर लौट जाता है. क्या प्रदेश और जिले की सीमा पर कोई नाकाबंदी नहीं थी. इस घटना के बाद पुलिस व्यवस्था सवालों के घेरे में आ गई है.

'पुलिस से नहीं मिली सुरक्षा'

दूल्हे की बहन शिल्पा का कहना है कि पुलिस को घटना की सूचना दी गई, बावजूद इसके महिला पुलिस कर्मचारियों को मौके पर नहीं भेजा गया. वारदात के बाद वह घर पर अकेली थी और उनके परिजन घायल अवस्था में अस्पताल में थे. फोन पर पुलिस को सूचित करने के बावजूद भी उन्हें सुरक्षा प्रदान नहीं की गई.

वीडियो.

क्या कहते हैं पुलिस अधीक्षक

पुलिस अधीक्षक हमीरपुर कार्तिकेयन गोकुल चंद्रन ने कहा कि प्रदेश में प्रवेश के लिए कोविड पास लाना जरूरी है, लेकिन यदि लोग बिना पास के प्रदेश में आए हैं तो इस विषय पर भी जांच की जाएगी. उन्होंने कहा कि आने-जाने पर कोई विशेष नियंत्रण नहीं रखा गया है, न ही जिले की सीमाएं सील की गई हैं. निर्धारित शब्दों के तहत प्रदेश में लोग आ सकते हैं. यदि मारपीट की घटना में शामिल लोगों द्वारा नियमों का उल्लंघन कर प्रदेश में प्रवेश किया गया है तो कानून के तहत कार्रवाई की जाएगी.

ये भी पढ़ें: आज होगी हिमाचल कैबिनेट की बैठक, जनता को मिल सकती हैं ये रियायतें

हमीरपुर: नगर परिषद हमीरपुर में बुधवार रात को पेश आई खूनी वारदात के मामले में प्रदेश पुलिस सोशल मीडिया पर खूब ट्रोल हो रही है. मामले में पीड़ित पक्ष के लोगों और सोशल मीडिया यूजर्स द्वारा यह सवाल उठाया जा रहा है कि कोरोना कर्फ्यू के दौरान बिना पंजीकरण और कोरोना निगेटिव रिपोर्ट के प्रदेश में कोई प्रवेश नहीं कर सकता है तो ऐसे में लुधियाना से 20 लोगों का परिवार कैसे रातों-रात हमीरपुर पहुंचकर खून की होली खेलकर लौट जाता है. क्या प्रदेश और जिले की सीमा पर कोई नाकाबंदी नहीं थी. इस घटना के बाद पुलिस व्यवस्था सवालों के घेरे में आ गई है.

'पुलिस से नहीं मिली सुरक्षा'

दूल्हे की बहन शिल्पा का कहना है कि पुलिस को घटना की सूचना दी गई, बावजूद इसके महिला पुलिस कर्मचारियों को मौके पर नहीं भेजा गया. वारदात के बाद वह घर पर अकेली थी और उनके परिजन घायल अवस्था में अस्पताल में थे. फोन पर पुलिस को सूचित करने के बावजूद भी उन्हें सुरक्षा प्रदान नहीं की गई.

वीडियो.

क्या कहते हैं पुलिस अधीक्षक

पुलिस अधीक्षक हमीरपुर कार्तिकेयन गोकुल चंद्रन ने कहा कि प्रदेश में प्रवेश के लिए कोविड पास लाना जरूरी है, लेकिन यदि लोग बिना पास के प्रदेश में आए हैं तो इस विषय पर भी जांच की जाएगी. उन्होंने कहा कि आने-जाने पर कोई विशेष नियंत्रण नहीं रखा गया है, न ही जिले की सीमाएं सील की गई हैं. निर्धारित शब्दों के तहत प्रदेश में लोग आ सकते हैं. यदि मारपीट की घटना में शामिल लोगों द्वारा नियमों का उल्लंघन कर प्रदेश में प्रवेश किया गया है तो कानून के तहत कार्रवाई की जाएगी.

ये भी पढ़ें: आज होगी हिमाचल कैबिनेट की बैठक, जनता को मिल सकती हैं ये रियायतें

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.