हमीरपुर: उपमंडल भोरंज में एसडीएम भोरंज राकेश शर्मा की अध्यक्षता में कोविड-19 संक्रमण को नियंत्रित करने के उपायों की समीक्षा के लिए बैठक का आयोजन किया गया. एसडीएम ने कहा कि पिछले कुछ समय से जिले में कोविड-19 संक्रमित मामलों में वृद्धि दर्ज की गई है. ऐसे में इसके प्रसार को नियंत्रित करने के लिए और भी ठोस कदम उठाए जाने आवश्यक हैं.
समारोह के बाद लिए जाएं रैंडम सैंपल
एसडीएम ने स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिए कि वह कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग पर अधिक ध्यान देते हुए संक्रमित व्यक्तियों के संपर्क में आने वाले सभी लोगों की पहचान निर्धारित समय अवधि में पूरी करें और निगरानी तंत्र को भी सुदृढ़ करें. उन्होंने सैंपलिंग बढ़ाने की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा कि विशेष तौर पर बाहरी राज्यों में तीर्थ यात्रा या अन्य कारणों से गए लोगों के वापस लौटने पर उनकी तुरंत सैंपलिंग सुनिश्चित की जाए. इसके साथ ही विभिन्न समारोहों, धार्मिक और अन्य आयोजनों के उपरांत भी समूह के तौर पर लोगों के एहतियातन रेंडम सैंपल लिए जाएं.
नो मास्क, नो सर्विस की अनुपालना सुनिश्चित करें
एसडीएम ने परिवहन विभाग को भी निर्देश दिए कि बसों और अन्य परिवहन वाहनों को अनुमति देने से पहले उन्हें सभी मानक संचालन प्रक्रियाओं के बारे में अवगत करवाएं. साथ ही ऐसी यात्राओं की जानकारी उपमंडल प्रशासन के साथ भी साझा करें. उन्होंने कहा कि आगामी दिनों में विवाह शादियों के आयोजन और नवरात्रों को देखते हुए अतिरिक्त सावधानी बरती जानी चाहिए. ऐसे आयोजनों के दौरान कोविड-19 से संबंधित सभी मानक संचालन प्रक्रियाओं का कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित किया जाए. इसके लिए बीडीओ भोरंज, बाल विकास अधिकारी भोरंज को पंचायत स्तर पर निगरानी समितियों को सक्रिय करने को कहा गया है. इसके अतिरिक्त अपने क्षेत्राधिकार में आने वाले सभी व्यापारिक प्रतिष्ठानों और बाजारों में नो मास्क नो सर्विस की अनुपालना सुनिश्चित करवाएं.
कोरोना नियमों की अवहेलना पर की जाए कार्रवाई
एसडीएम ने पुलिस विभाग को निर्देश दिए कि मंदिरों इत्यादि में दर्शन के लिए बाहरी राज्यों से आने वाले लोग अगर कोरोना नियमों की अवहेलना करते हैं तो उनपर कार्रवाई अमल में लाएं. उन्होंने स्वास्थ्य विभाग से कोविड-19 टीकाकरण को और तीव्र गति देने का भी आग्रह किया. एसडीएम भोरंज राकेश शर्मा ने कहा कि आशा एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के माध्यम से लक्षित सूचना, शिक्षा एवं संपर्क अभियान चलाते हुए अधिक से अधिक लोगों को टीकाकरण के लिए जागरूक करें. होम आइसोलेशन में रह रहे लोगों की निगरानी पर भी ध्यान दें. विशेष तौर पर बुजुर्ग संक्रमित व्यक्तियों को नियमित समय अवधि में निरंतर दूरभाष के माध्यम से कॉल करें और उनके स्वास्थ्य के बारे में बराबर जानकारी लेते रहें.
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