भोरंज/हमीरपुर: सिविल अस्पताल भोरंज के आवासीय भवन जर्जर हालत में है, जिसकी कोई भी सुध नहीं ले रहा है. इससे इन आवासों में रहने वाले डॉक्टर व अस्पताल के कर्मचारी डर के साये में रह रहे हैं. गौरतलब है कि भोरंज के एकमात्र सरकारी सिविल अस्पताल में 33 पंचायतों के लोग दिन-रात स्वास्थ्य लाभ लेने आते हैं.
कई सालों से चल रहा निर्माण व रिपेयर का काम
इस अस्पताल में दिन-रात अपनी सेवाएं देने के लिए डॉक्टर, फार्मासिस्ट, नर्स और स्टाफ के लिए आवास बना है. यह आवास बने ही जर्जर हालत में थे और इससे कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है. पिछले कई सालों से इन भवनों को रिपेयर व नए भवनों को बनाया जा रहा है, लेकिन अभी तक कोई भी समाधान नहीं हुआ है.
लोग व स्टाफ परेशान
अस्पताल के लिए नया भवन बनने जा रहा है, लेकिन अभी तक कर्मचारियों के आवास के लिए कोई भी योजना नहीं है. गौरतलब है कि भोरंज अस्पताल में निरंतर विस्तार होने से यहां बिस्तरों की संख्या बढ़ाई गई है. डॉक्टरों व अन्य कर्मचारियों की संख्या भी निरंतर बढ़ाई जा रही है, लेकिन अभी तक अस्पताल में सुविधाएं नही मिल पा रही हैं, जिससे लोगों के साथ-साथ डॉक्टरों व कर्मचारियों को असुविधाओं का सामना करना पड़ रहा है. अगर जल्द ही इन आवासीय भवनों की सुध नहीं ली गई तो बड़ा हादसा भी हो सकता है.
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