हमीरपुर: जिला हमीरपुर में लोगों को यातायात संबंधी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. हमीरपुर में निजी बस सेवा को बस ऑपरेटर ने बंद कर दिया है. बुधवार को जिला में निजी बसों के पहिए थमे रहे. जिस वजह से बस स्टैंड हमीरपुर में लोगों को कई घंटों तक परेशानी का सामना करना पड़ा.
ईटीवी भारत के टीम ने बुधवार को बस स्टैंड हमीरपुर का दौरा किया और इस दौरान यात्रियों से बातचीत की. यात्रियों का कहना था कि बस में सामाजिक दूरी के चलते उन्हें जगह नहीं मिल पाई है, लेकिन कुछ यात्रियों का कहना है कि लोकल सवारियों को बसों में नहीं बिठाया जा रहा जबकि लॉन्ग रूट के यात्रियों को तवज्जो दी जा रही है.
रंगस से हमीरपुर पहुंची बुजुर्ग पानो देवी का कहना है कि वह पेंशन के सिलसिले में बाजार में आई थी. बुधवार सुबह 10:00 बजे से बस का इंतजार कर रही थी, लेकिन काफी समय तक बस नहीं मिली. बुजुर्ग महिला के पास मोबाइल भी नहीं था. जिस वजह से वह अपने परिवार से भी संपर्क नहीं कर पाई.
झनियारा के लिए बस का इंतजार कर रही वीना शर्मा का कहना था कि वह काफी समय से बस का इंतजार कर रही थी, लेकिन अधिकतर बसों में सामाजिक दूरी के नियम के चलते जगह नहीं मिल पाई. जिसके चलते उन्हें 2 घंटे तक बस का इंतजार करना पड़ा.
कुठेड़ा पंचायत के नेरली गांव के रहने वाले अनीश का कहना था कि वह नानी के साथ घर लौट रहे थे. वह सुबह 9:00 बजे से भूखे पेट बस का इंतजार कर करते रहे. सुजानपुर के लिए एक बस गई, लेकिन उसमें सुजानपुर की ही सवारियों को बिठाया गया. उन्हें पहले टिकट नहीं दिया गया और बाद में बस में बिठाने से मना कर दिया गया.
बता दें कि जिला में 32 बस रूट पर एचआरटीसी बस सेवा चला रहा है. इसके अलावा जिला से बाहर 7 बस रूट पर बसें चलाई जा रही हैं. लोकल बस रूट पर अधिकतर लोग परेशान हो रहे हैं. कुछेक रूट पर बस खाली जा रही है तो कई रूटों पर बस ना होने से लोगों को परेशानी पेश आ रही है.
गौरतलब है कि हमीरपुर में बस ऑपरेटर यूनियन ने निजी जिला में निजी बसों को चलाने से इंकार कर दिया है. ऑपरेटरों का कहना है कि सरकार ने पिछले10 दिन में उनकी एक भी मांग नहीं मानी है. उनका कहना है कि जब तक उनकी मांगों की तरफ सरकार ध्यान नहीं देगी तब तक जिला में बस सेवा को बहाल नहीं की जाएगी.
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