हमीरपुरः बुधवार को जिला हमीरपुर में स्टेट इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड यूनियन ने सर्किल कार्यालय अणु के बाहर निजीकरण के विरोध में धरना प्रदर्शन किया. इस प्रदर्शन में हमीरपुर और बड़सर यूनिट के कर्मचारी शामिल थे. इसके अलावा इस विरोध प्रदर्शन में बिजली बोर्ड के विभिन्न यूनिटों के कर्मचारी और पेंशनर्स भी शामिल थे. कर्मचारी नेताओं का आरोप है कि सरकार बिजली बोर्ड का निजीकरण कर रही है. सरकार ने निर्णय वापिस नही लिया तो कर्मचारी हिमाचल प्रदेश में बहुत बड़ा जन आंदोलन खड़ा करेंगे.
बिजली बोर्ड और कोरपोरशन का निजीकरण गलत
हिमाचल प्रदेश स्टेट इलेक्ट्रिसिटी यूनियन हमीरपुर के सीनियर वाईस प्रेजिडेंट कामेश्वर दत्त शर्मा ने बताया कि जिला में बुधवार को हमीरपुर और बड़सर यूनिट के कर्मचारियों द्वारा धरना प्रदर्शन दिया गया. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की तरफ से समय-समय पर बिजली बोर्ड और कॉरपोरेशन का निजीकरण किया जा रहा है.
वर्ष 2021-22 में जो बिल पास किये जा रहे हैं वह बिल न उपभोक्ता और न ही बिजली बोर्ड के कर्मचारियों के हक में है. उन्होंने कहा कि निजी कंपनियों के आने से उन पर निजी कंपनियों के नियम लागू होंगे. कामेश्वर दत्त ने कहा की इस बिल से केवल पूंजीपतियों को फायदा होगा और ग्रामीण क्षेत्र प्रभावित होगा.
कर्मचारियों ने गांधी चौक में निकाली रैली
बता दें की सर्किल कार्यालय अणु में धरना प्रदर्शन देने के बाद कर्मचारियों ने गांधी चौक में रैली निकाली. कर्मचारियों ने 2009 की नोटिफिकेशन के आधार पर कर्मचारियों को नौकरी के दौरान हादसा या मृत्यु होने की स्थिति में पुरानी पेंशन में लाये जाने का आदेश हिमाचल प्रदेश में शीघ्र लागू करने की मांग की गयी.
ये भी पढ़ें: 'हिन्दुस्तान' मोदी और शाह ने नहीं, इस देश के मजदूरों और किसानों ने बनाया है: जगदीश भारद्वाज