हमीरपुर: उत्तरी भारत के प्रसिद्व सिद्वपीठ बाबा बालक नाथ मंदिर की सराय और लंगर 23 मार्च के बाद श्रद्धालुओं के लिए बंद कर दिया जाएगा. प्रदेश एवं अन्य राज्यों में कोरोना संक्रमण का ग्राफ बढ़ने के बाद मंदिर न्यास चेयरमैन एवं डीसी हमीरपुर देव श्वेता बनिक ने यह फैसला लिया है.
इस सिलसिले में सोमवार को आयोजित प्रेसवार्ता में उन्होंने कहा कि मंदिर में मेला 23 मार्च से बंद हो जाएगा. इसके बाद मंदिर को 24 घंटे की बजाए श्रद्धालुओं के लिए सुबह पांच से रात नौ बजे तक खोला जाएगा.
मेले को पूरी तरह से बंद कर दिया जाएगा
डीसी हमीरपुर देव श्वेता बनिक ने कहा कि मेले को पूरी तरह से बंद कर दिया जाएगा. सुबह पांच बजे से रात नौ बजे तक मंदिर खोला जाएगा. उन्होंने कहा कि मंदिर में सराय और लंगर को बंद कर दिया जाएगा. इसके अलावा हवन भी प्रतिबंध रहेगा. उन्होंने श्रद्धालुओंसे अपील की है कि वह समूहों में मेले में न आए, ताकि कोरोना संक्रमण से सबका बचाव हो सके.
ऑनलाइन पंजीकरण की व्यवस्था
बता दें कि मंदिर में श्रद्वालु रोट ला सकेंगे, लेकिन इसको बांटा नहीं जाएगा. उम्मीद लगाई जा रही है कि बाबा के दरबार में बाहरी राज्यों से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए ऑनलाइन पंजीकरण की व्यवस्था भी जिला प्रशासन की तरफ से आगामी दिनों में की जाएगी.
पंजाब समेत कई राज्यों से श्रद्वालु बाबा के दरबार में आते हैं और चैत्र मास में सामान्य से अधिक श्रद्वालु मंदिर में पहुंचते हैं जिसके चलते यहां पर जिला प्रशासन की तरफ से अधिक सावधानी बरती जा रही है.
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