हमीरपुरः पूर्व मुख्यमंत्री प्रो. प्रेम कुमार धूमल ने भोरंज विधानसभा के टाउन भराड़ी, लदरौर, कड़ोहता, मुंडखर, लगमंवीं तथा लजयानि में चुनावी जनसभाओं को संबोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हमेशा राष्ट्र के गौरव और मान सम्मान को तरजीह दी है, लेकिन कांग्रेस हमारे बहादुर सैनिकों कि जांबाजी को भी शक की नजर से देखती है और यही भाजपा व कांग्रेस के नजरिया में फर्क है.
शनिवार को अपनी जनसभाओं में प्रो. धूमल ने कहा कि देश का नेतृत्व मोदी के सशक्त हाथों में है, जिन्होंने सेना को खुली छूट दे रखी है कि आतंकवादियों के नापाक मंसूबों को कुचलने के लिए कोई कसर बाकी न रखी जाए और आतंकवाद का समूल नाश किया जाए. उन्होंने कहा कि पुलवामा की दुर्भाग्यपूर्ण घटना के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्पष्ट शब्दों में चेताया था कि इस घटना का माकूल जवाब देने के लिए सेना खुद समय व स्थान तय करेगी.
उन्होंने कहा कि सेना ने दुश्मन की सरहद के भीतर जाकर आतंकी शिविरों को नष्ट करने का साहस भरा कारनामा कर दिया, जिससे दुश्मन अभी तक थर थर कांप रहा है. उन्होंने कहा कि एक तरफ एक पार्टी सेना को कार्रवाई करने की पूरी छूट देती है और दूसरी तरफ कांग्रेस सेना की बहादुरी और शौर्य का सबूत मांगती है, जो बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस द्वारा सबूत मांगे जाने से उस फौजी जवान पर क्या बीती होगी, जिसने अपनी जान हथेली पर रखकर अनुपम शौर्य का प्रदर्शन किया और दुश्मन के इरादे नेस्तनाबूद किए.
धूमल ने कहा कि हमें इन चुनाव में यह तय करना है कि देश को सेना का सम्मान करने वाला नेतृत्व चाहिए या सेना के शौर्य पर शक करने वाला नेतृत्व.