हमीरपुर: जिला हमीरपुर के बड़सर उपमंडल के तहत महारल पंचायत के आयुर्वेदिक चिकित्सा केंद्र में स्वास्थ्य सुविधाएं पूरी तरह से चरमरा चुकी हैं. इस चिकित्सा केंद्र में पिछले 3 सालों से डॉक्टर का पद खाली चल रहा है. ऐसे में इस चिकित्सा केंद्र पर निर्भर आसपास की पंचायतों के लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
यह चिकित्सा केंद्र पिछले 3 साल से महज एक फार्मासिस्ट के हवाले है. हल्की-फुल्की बीमारी सर्दी-जुकाम होने पर फार्मासिस्ट दवाई देते हैं, लेकिन मामूली सा बुखार आने पर भी लोगों को उपचार के लिए बड़सर या हमीरपुर जाना पड़ता है.
इस चिकित्सा केंद्र के आंगन में लगी फ्लोर टाइल और जमीन में करीब दो साल पहले दरारें आ चुकी हैं. इस वजह से इस चिकित्सालय के भवन को भी खतरा बना हुआ है. इस समस्या को लोग जनमंच में भी उठा चुके हैं, लेकिन लोगों की समस्या की कोई सुनवाई नहीं हो रही है.
इस बारे में कार्यकारी जिला आयुर्वेदिक अधिकारी डॉ. पूनम शर्मा ने कहा कि लोगों की समस्या के बारे में उच्चाधिकारियों को अवगत करवा दिया गया है. विभाग का प्रयास है कि लोगों को बेहतर सुविधाएं दी जाएं.
उप प्रधान अजय कुमार ने कहा कि स्वास्थ्य केंद्र के बारे में जनमंच कार्यक्रम के दौरान मंत्री राजीव सैजल के समक्ष इस पद को भरने की गुहार लगाई गई. इसके बाद करीब दर्जनों बार इस मामले को 1100 नंबर पर सीएम संकल्प हेल्प डेस्क के माध्यम से भी उठाया गया है.
स्थानीय लोगों ने कहा कि इस बारे में कई बार अधिकारियों को अवगत करवाया गया है. सीएम हेल्पलाइन पर भी इसकी शिकायत की गई है. साथ ही जनमंच में भी लोगों ने समस्या को उठाया है, लेकिन उनकी कहीं भी सुनवाई नहीं हो रही है.
ये भी पढ़ें: राजनीतिक खींचतान के शोर में हमीर उत्सव पर एक साथ दिखेंगे दो ठाकुर