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हमीरपुर के महारल में फार्मासिस्ट के हवाले पूरा अस्पताल, सीएम हेल्पलाइन पर शिकायत

हमीरपुर के बड़सर उपमंडल के तहत महारल पंचायत के आयुर्वेदिक चिकित्सा केंद्र में स्वास्थ्य सुविधाएं पूरी तरह से चरमरा चुकी हैं. इस चिकित्सा केंद्र में पिछले 3 सालों से डॉक्टर का पद खाली चल रहा है. ऐसे में इस चिकित्सा केंद्र पर निर्भर आसपास की पंचायतों के लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.

pharmacist post vacant in maharal panchayat
महाराल पंचायत में फार्मासिस्ट का पद खाली
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Published : Dec 4, 2019, 11:27 PM IST


हमीरपुर: जिला हमीरपुर के बड़सर उपमंडल के तहत महारल पंचायत के आयुर्वेदिक चिकित्सा केंद्र में स्वास्थ्य सुविधाएं पूरी तरह से चरमरा चुकी हैं. इस चिकित्सा केंद्र में पिछले 3 सालों से डॉक्टर का पद खाली चल रहा है. ऐसे में इस चिकित्सा केंद्र पर निर्भर आसपास की पंचायतों के लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.

यह चिकित्सा केंद्र पिछले 3 साल से महज एक फार्मासिस्ट के हवाले है. हल्की-फुल्की बीमारी सर्दी-जुकाम होने पर फार्मासिस्ट दवाई देते हैं, लेकिन मामूली सा बुखार आने पर भी लोगों को उपचार के लिए बड़सर या हमीरपुर जाना पड़ता है.

वीडियो रिपोर्ट.

इस चिकित्सा केंद्र के आंगन में लगी फ्लोर टाइल और जमीन में करीब दो साल पहले दरारें आ चुकी हैं. इस वजह से इस चिकित्सालय के भवन को भी खतरा बना हुआ है. इस समस्या को लोग जनमंच में भी उठा चुके हैं, लेकिन लोगों की समस्या की कोई सुनवाई नहीं हो रही है.

इस बारे में कार्यकारी जिला आयुर्वेदिक अधिकारी डॉ. पूनम शर्मा ने कहा कि लोगों की समस्या के बारे में उच्चाधिकारियों को अवगत करवा दिया गया है. विभाग का प्रयास है कि लोगों को बेहतर सुविधाएं दी जाएं.

उप प्रधान अजय कुमार ने कहा कि स्वास्थ्य केंद्र के बारे में जनमंच कार्यक्रम के दौरान मंत्री राजीव सैजल के समक्ष इस पद को भरने की गुहार लगाई गई. इसके बाद करीब दर्जनों बार इस मामले को 1100 नंबर पर सीएम संकल्प हेल्प डेस्क के माध्यम से भी उठाया गया है.

स्थानीय लोगों ने कहा कि इस बारे में कई बार अधिकारियों को अवगत करवाया गया है. सीएम हेल्पलाइन पर भी इसकी शिकायत की गई है. साथ ही जनमंच में भी लोगों ने समस्या को उठाया है, लेकिन उनकी कहीं भी सुनवाई नहीं हो रही है.

ये भी पढ़ें: राजनीतिक खींचतान के शोर में हमीर उत्सव पर एक साथ दिखेंगे दो ठाकुर


हमीरपुर: जिला हमीरपुर के बड़सर उपमंडल के तहत महारल पंचायत के आयुर्वेदिक चिकित्सा केंद्र में स्वास्थ्य सुविधाएं पूरी तरह से चरमरा चुकी हैं. इस चिकित्सा केंद्र में पिछले 3 सालों से डॉक्टर का पद खाली चल रहा है. ऐसे में इस चिकित्सा केंद्र पर निर्भर आसपास की पंचायतों के लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.

यह चिकित्सा केंद्र पिछले 3 साल से महज एक फार्मासिस्ट के हवाले है. हल्की-फुल्की बीमारी सर्दी-जुकाम होने पर फार्मासिस्ट दवाई देते हैं, लेकिन मामूली सा बुखार आने पर भी लोगों को उपचार के लिए बड़सर या हमीरपुर जाना पड़ता है.

वीडियो रिपोर्ट.

इस चिकित्सा केंद्र के आंगन में लगी फ्लोर टाइल और जमीन में करीब दो साल पहले दरारें आ चुकी हैं. इस वजह से इस चिकित्सालय के भवन को भी खतरा बना हुआ है. इस समस्या को लोग जनमंच में भी उठा चुके हैं, लेकिन लोगों की समस्या की कोई सुनवाई नहीं हो रही है.

इस बारे में कार्यकारी जिला आयुर्वेदिक अधिकारी डॉ. पूनम शर्मा ने कहा कि लोगों की समस्या के बारे में उच्चाधिकारियों को अवगत करवा दिया गया है. विभाग का प्रयास है कि लोगों को बेहतर सुविधाएं दी जाएं.

उप प्रधान अजय कुमार ने कहा कि स्वास्थ्य केंद्र के बारे में जनमंच कार्यक्रम के दौरान मंत्री राजीव सैजल के समक्ष इस पद को भरने की गुहार लगाई गई. इसके बाद करीब दर्जनों बार इस मामले को 1100 नंबर पर सीएम संकल्प हेल्प डेस्क के माध्यम से भी उठाया गया है.

स्थानीय लोगों ने कहा कि इस बारे में कई बार अधिकारियों को अवगत करवाया गया है. सीएम हेल्पलाइन पर भी इसकी शिकायत की गई है. साथ ही जनमंच में भी लोगों ने समस्या को उठाया है, लेकिन उनकी कहीं भी सुनवाई नहीं हो रही है.

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Intro:महारल में फार्मासिस्ट के हवाले आधा दर्जन से अधिक पंचायतों के लोगों का स्वास्थ्य, सीएम हेल्पलाइन पर शिकायत
बड़सर हमीरपुर.
जिला हमीरपुर के उपमंडल बड़सर के तहत महारल पंचायत में स्थित आयुर्वेदिक चिकित्सा केंद्र में स्वास्थ्य सुविधाएं पूरी तरह से चरमरा चुकी हैं. इस चिकित्सा केंद्र में पिछले 3 वर्षों से डॉक्टर का पद रिक्त चल रहा है ऐसे में करीब इस चिकित्सा केंद्र पर निर्भर आसपास की आधा दर्जन के करीब पंचायतों के लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। यह चिकित्सा केंद्र पिछले 3 वर्ष से महज एक फार्मासिस्ट के हवाले हैं। हल्की-फुल्की बीमारी जुकाम सर्दी होने पर फार्मेसिस्ट दवाई दे देते हैं लेकिन मामूली सा बुखार आने पर भी लोगों को उपचार के लिए बड़सर अथवा हमीरपुर जाना पड़ता है।Body: चिकित्सा केंद्र के आंगन में लगी फ्लोर टाइल व जमीन करीब दो वर्ष पूर्व दरारें आ चुकी है इस वजह से इस चिकित्सालय के भवन को भी खतरा बना हुआ है। जनमंच में भी लोग इस समस्या को उठा चुके हैं लेकिन लोगों की समस्या की कोई सुनवाई नहीं हो रही है जब इस बारे में कार्यकारी जिला आयुर्वेदिक अधिकारी डॉ पूनम शर्मा से बात की गई तो उन्होंने कहा कि लोगों की समस्या के बारे में उच्चाधिकारियों को अवगत करवा दिया गया है विभाग का प्रयास है कि लोगों को बेहतर सुविधाएं दी जाएं। सीएम हेल्पलाइन पर भी लोगों ने इस बारे में शिकायत की थी जिसका जवाब दे बनाकर दे दिया गया है।

Conclusion:बाइट
उप प्रधान अजय कुमार का कहना है कि स्वास्थ्य केंद्र के बारे में जनमंच कार्यक्रम के दौरान मंत्री राजीव सेजल के समक्ष इस पद को भरने की गुहार लगाई गई इसके बाद करीब दर्जनों बार इस मामले को 1100 नंबर पर सीएम संकल्प हेल्प डेस्क के माध्यम से उठाया।

बाइट
स्थानीय निवासी व्यक्ति का कहना है कि इस बारे में कई बार अधिकारियों को अवगत करवाया गया है सीएम हेल्पलाइन पर भी इसकी शिकायत की गई है और जनमंच में भी लोगों ने समस्या को उठाया है लेकिन उनकी कहीं भी सुनवाई नहीं हो रही है।
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