बड़सर: पिछले लगभग डेढ़ वर्ष से बड़सर उपमण्डल के तहत घोड़ीधबीरी सड़क का अपग्रेडेशन कार्य चल रहा है. लगभग 25 किलोमीटर लंबी सड़क के आधे मार्ग पर टायरिंग भी की जा चुकी है, लेकिन बिझड़ी से घोड़ीधबीरी तक के भाग पर पिछले डेढ़ साल से मरम्मत का ही कार्य चल रहा है.
सड़क पर बिखरी बजरी व धूल मिट्टी के कारण लोगों व वाहन चालकों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. कई बार दोपहिया वाहन बजरी के कारण स्किड हो जाते हैं और वाहन चालक घायल हो जाता है. हर दम सड़क पर धूल मिट्टी उड़ती रहती है जिससे लोगों को कई स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां भी हो रही हैं.
लोगों का कहना है कि मैहरे से बिझड़ी तक बनी सड़क पर एक महीने के बाद ही पेचवर्क भी शुरू हो गया था, लेकिन विभाग अभी तक अपनी नींद तोड़ने के मूड में नहीं है. वाहन चालकों का कहना है कि इस मार्ग पर धूल मिट्टी व बजरी के कारण कई सड़क दुर्घटनाएं हो चुकी हैं और कई लोग बीमार भी पड़ चुके है.
धूल-मिट्टी का सबसे ज्यादा असर छोटे बच्चों व बुजुर्ग लोगों पर पड़ रहा है. लोंगो का कहना है कि यदि शीघ्र इस समस्या का हल नहीं किया गया तो किसी भी प्रकार की दुर्घटना व नुकसान का जिम्मेवार पीडब्ल्यूडी विभाग होगा.
एससी हमीरपुर एनपीएस चौहान का कहना है कि विभाग के नियमों के अनुसार सोलिंग वीयरिंग के बाद सड़क पर लगातार पानी का छिड़काव किया जाना जरूरी होता है. इससे सड़क भी मजबूत होती है और लोगों को धूल मिट्टी से राहत मिलती है, लेकिन इस सड़क मार्ग पर यह नियम क्यों नहीं अपनाया जा रहा है. इस विषय पर संबधित अधिकारियों व ठेकेदार पर जल्द ही कार्रवाई कि जाएगी और जवाब भी मांगा जाएगा.
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