घुमारवीं/हमीरपुर: कोरोना महामारी के दोरान सरकार और प्रशासन के स्वच्छता के प्रति दावे जमीनी स्तर पर फेल होते हुए नजर आते हैं. सिविल अस्पताल घुमारवीं में पुरानी टेस्ट लेबोरेटरी के साथ पड़ी गन्दगी के आलम को देख कर हालात का जायजा लगाया जा सकता है.
इस कमरे का उपयोग कोविड टेस्ट के लिए किया जाता है और इस कमरे के बाहर टिशू पेपर और मास्क खुले में बिखरे पड़े हैं जिन्हें उठाने में अभी तक अस्पताल प्रशासन ने कोइ कोई सुध नहीं ली है. सरकार जनता से अपील करती है कि मास्क और या कोई भी ऐसी सामग्री जो करोना महामारी को बढ़ाए. उसे खुले में नहीं फेंका जा सकता, लेकिन स्वास्थ्य विभाग खुद इस निर्देश की अवहेलना कर रहा है.
बीएमओ अभी तक इस मामले से हैं अंजान
खुले में टिशू पेपर और मास्क फेंकना लोगों के लिए घातक साबित हो सकता है, अस्पताल में प्रतिदिन हजारों लोग आते हैं उनके स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ हो रहा है. लोगों की भीड़ हर रोज टेस्ट करवाने को लगी रहती है. हैरानी इस बात की है कि बीएमओ घुमारवीं को इस बारे कोई भी जानकारी नहींं थी.
अस्पताल के बीएमओ अभिनीत शर्मा ने बताया कि अभी तक इस मामले में कोई जानकारी नहीं है. इस तरह खुले में मास्क या टिशू पेपर फेंकना गलत है, जल्द ही यहां से इनको हटा दिया जाएगा.
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