भोरंज/हमीरपुर: उपमंडल भोरंज की 39 पंचायतों को स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया करवाने वाले एकमात्र सिविल अस्पताल में लगभग 5 माह से एक्स-रे की सुविधा बंद है .जिससे लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. लोगों को महंगे दाम में निजी लैब में एक्स-रे करवाने पड़ रहे हैं.
महंगे दामों में एक्स-रे करवाने को मजबूर मरीज
भोरंज अस्पताल में प्रतिदिन 400-500 के लगभग ओपीडी है. लोगों का कहना है कि भोरंज अस्पताल में जैसे-जैसे डॉक्टर बढ़ रहे हैं वैसे-वैसे सुविधाओं का अभाव हो रहा है. अस्पताल में कभी मशीनें खराब रहती हैं तो कभी टेक्नीशियन नहीं होते हैं. जिससे लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है.
बतातें चलें कि गत वर्ष अस्पताल में स्त्री रोग विशेषज्ञ, हड्डी रोग विशेषज्ञ, बच्चों के विशेषज्ञ, मेडिसिन विशेषज्ञ, ईएनटी विशेषज्ञों ने भी भोरंज अस्पताल में ज्वाइन किया है. जिससे अस्पताल में ओपीडी भी बढ़ी है. अभी अस्पताल भवन का निर्माण कार्य चल रहा है.
निजी लैब में एक्सरे करवाने को मजबूर स्थानीय लोग
लोगों ने कहा है कि उन्हें निजी लैबों में एक्स-रे करवाने पड़ रहे हैं. इस कारण उन्हें अधिक रुपये खर्च करने पड़ रहे हैं और समय का नुकसान भी हो रहा है. इन्होंने संबंधित विभाग से मांग की है कि अल्ट्रासाउंड, एक्स-रे व ईसीजी की सुविधा प्रतिदिन मिलनी चाहिए.
अस्पताल से रिलीव नहीं किया जा रहा रेडियोलॉजिस्ट
लोगों का कहना है कि हमीरपुर जिला अस्पताल में रेडियोलॉजिस्ट की 9 पोस्ट हैं, लेकिन वहां पर 10 रेडियोलॉजिस्ट कार्यरत हैं. यहां एक भी रेडियोलॉजिस्ट नहीं होने से लोगों की परेशानी बढ़ी है.
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बीएमओ भोरंज डॉ. ललित कालिया ने दी जानकारी
बीएमओ भोरंज डॉ. ललित कालिया ने कहा कि एक्स-रे टेस्ट के लिए सुविधाओं में दिक्कत आ रही है. भोरंज अस्पताल में डेपुटेशन पर रेडियोलॉजिट डेप्यूट किया है, लेकिन उसे हमीरपुर अस्पताल से रिलीव नहीं किया गया है. इस बारे में उच्च अधिकारियों को अवगत करवा दिया गया है और जल्द समस्या का समाधान हो जाएगा.
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