सुजानपुर/हमीरपुरः सुजानपुर नगर परिषद के अध्यक्ष और उपाध्यक्ष पद पर खींचातानी के बाद अध्यक्ष कांग्रेस का तो उपाध्यक्ष भाजपा का बन गया. लेकिन इस सारे प्रकरण के पीछे हुए घटनाक्रम पर विधायक राजेन्द्र राणा ने सुजानपुर भाजपा के पदाधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाए है.
विधायक की गरिमा को ठेस पहुंचा रहे शरारती तत्व
सुजानपुर विधानसभा क्षेत्र के विधायक राजेंद्र राणा ने कहा कि प्रदेश सरकार को यह स्पष्ट करना चाहिए कि उनकी पार्टी के ऐसे कौन से नेता हैं जो सत्ता प्रायोजित अंधेरगर्दी को बढ़ावा देकर न केवल सरकार की छवि को तार-तार कर रहे हैं बल्कि विधायक की गरिमा को भी ठेस पहुंचा रहे हैं. भाजपा अपना अलग चाल, चरित्र व चेहरा होने का राग अलापती है, उसका घिनौना चेहरा सुजानपुर की जनता ने लगातार तीसरी बार देखा है.
उनकी छवि को बिगाड़ने के लिए तीसरी बार ये प्रकरण किया गया
उन्होंने कहा कि उनकी छवि को बिगाड़ने के लिए भाजपा द्वारा तीसरी बार कथित गुंडागर्दी का सहारा लिया गया और हर बार भाजपा को मुंह की खानी पड़ी है. नगर परिषद सुजानपुर के अध्यक्ष व उपाध्यक्ष पद पर अपना कब्जा जमाने के लिए जिस तरह सरेआम भाजपा नेताओं के इशारे पर कुछ लोगों द्वारा मानवता की हदें लांघी गई और एक पार्षद पर उनके खिलाफ अपहरण का मामला दर्ज करवाने का जिस तरह दबाव बनाया गया, उससे सत्ता पक्ष का घिनौना चेहरा एक बार फिर उजागर हुआ है. उन्होंने सवाल किया कि अगर कोई पार्षद परिवार सहित विधायक से मिलने उसके घर जाता है तो क्या यह लोकतंत्र के खिलाफ है. क्या कोई पार्षद अपनी समस्या विधायक के समक्ष नहीं रख सकता.
भाजपा के नुमाइदों द्वारा रचा गया षंडयत्र
नगर परिषद में अध्यक्ष और उपाध्यक्ष पद पर फिल्मी स्टाइल में भाजपा के नुमाइदों के द्वारा षंडयत्र रचने पर सुजानपुर के विधायक राजेन्द्र राणा ने भाजपा पर तीखे आरोप लगाए है. राजेन्द्र राणा ने कहा कि जिस तरह से भाजपा के लोगों के द्वारा वार्ड नंबर छह के पार्षद पर दबाव बनाकर किडनैपिंग का मामला दर्ज करवाने के लिए कहा गया है वो बेहद निदंनीय है. उन्होंने कहा कि अगर मुख्यमंत्री धूमल बनते तो भाजपा के लोगों का जीना दूभर कर देते.
पहले भी राणा के खिलाफ झूठा मुकदमा बनाने का हुआ प्रयास
विधायक ने कहा कि 2009 में भी सत्ता पक्ष के इशारे पर उनके खिलाफ झूठा मुकदमा बनाने का प्रयास हुआ था और तब तत्कालीन डीजीपी को प्रेस कांफ्रेंस करके यह कहना पड़ा था कि छानबीन में कुछ नहीं निकला. वर्ष 2017 में चुनाव के दौरान एक बार फिर से सुजानपुर में वोटरों को धमकाने की कोशिश की गई.
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से फोन पर की गई बात
राजेन्द्र राणा ने बताया कि इस प्रकरण पर देर रात मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से फोन पर सारी बात की गई और चिंता जाहिर की है कि हिमाचल जैसे शांतिप्रिय प्रदेश में भी इस तरह की घटनाएं होने से अगर विधायक सुरक्षित नहीं है तो एसे में आम आदमी की सुरक्षा पर सवाल खड़े हो रहे हैं.
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