भोरंज/हमीरपुर: उपमंडल भोरंज में नए बस स्टैंड के लिए जमीन चिन्हित करने का काम सिरे चढ़ गया है. प्रशासन ने भोरंज में नया बस स्टैंड बनाने के लिए कवायद तेज कर दी है. भोरंज बस स्टैंड का काम डेढ़ साल के लंबे अरसे से लटका हुआ है.
प्रशासन ने भोरंज लोक निर्माण विश्राम गृह के साथ ही हमीरपुर-भरेड़ी सड़क के किनारे पांच कनाल जमीन फाइनल कर दी है. जिसे जल्द ही एचआरटीसी विभाग को प्रपोजल बनाकर भेजा जाएगा. कागजी कार्रवाई के बाद यहां मॉडर्न बस अड्डा बनेगा.
डेढ़ साल पहले बस अड्डे के लिए जमीन की तलाश शुरू हुई थी. बस स्टैंड भोरंज के सबंध में विधायक कमलेश कुमारी ने विधानसभा में भी सवाल किया था. इसके बाद भोरंज की विधायक कमलेश कुमारी ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से मिलकर बस अड्डे पर चर्चा की थी. जमीन तलाश न कर पाने का कारण एचआरटीसी के अधिकारियों का सुस्त रवैया बताया गया.
इसके बाद मुख्यमंत्री जयराम ने एचआरटीसी के अधिकारियों को तलब किया और रूपरेखा तैयार करने के निर्देश दिए. इसके बाद एचआरटीसी के अधिशाषी अभियंता शिमला मदन लाल ने जमीन को चिह्नित किया.
जाम की है सम्मस्या आम
बता दें कि उपमंडल भोरंज के बस्सी चौक से रोजाना सैकड़ों बसें गुजरती हैं. कभी-कभी चौक पर खड़ी बसों की तदाद को देखकर भोरंज में बस अड्डे की कमी खलने लगती है. भोरंज के बस्सी चौक पर जाम की समस्या से बस ऑपरेटर्स और लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है.
भोरंज उपमंडल का मुख्यालय बस्सी में होने के चलते बस्सी चौक पर जाहू से हमीरपुर, सरकाघाट से हमीरपुर, पट्टा से बस्सी व मनोह से बस्सी सड़क पर चारों ओर से वाहनों का आना-जाना लगा रहता है. यहां पर उपमंडल स्तर का कार्यालय होने की वजह से भी छोटे वाहनों की आवाजाही भी खूब रहती है.
वहीं, दूसरी ओर बस्सी चौक पर वाहनों का बस स्टॉप ना होने से बस चालकों को सड़के किनारे बसें खड़ी करके सवारियां उतारनी व चढ़ानी पड़ती हैं. ऐसे में यहां अक्सर जाम लगा रहा है. कई बार तो एक साथ 6 से 7 बसें यहा खड़ी हो जाती हैं.
कहने को तो भोरंज के बस्सी चौक पर दो-दो रेन शेल्टर हैं और दोनों में 10-12 लोगों के बैठने की क्षमता है. जहां सैकड़ों लोग हर रोज उपमंडल कार्यालय आते हैं, उनके बैठने के लिए भी जगह कम है. बस्सी चौक पर वाहनों की भीड़ और जाम की समस्या लोगों की रोजमर्रा की जिंदगी का हिस्सा बन चुकी है. हमीरपुर की ओर जाने वाली सड़क के किनारे पर कार, जीप व निजी वाहन खड़े होने से गाड़ी चलाने वालों को परेशानी होती है.
हालांकि पुलिस विभाग ने बस्सी चौक पर जाम की समस्या से निपटने के लिए एक पुलिस कर्मचारी तैनात किया है, लेकिन फिर भी जाम की समस्या आम हो गई है.
निर्माणकार्य का जिम्मा बस अड्डा प्राधिकरण को सौंपा गया है. साथ ही एचआरटीसी के पास दो किस्तों में 50-50 लाख रुपये पहुंच चुके हैं. आरएम विवेक लखनपाल ने कहा बस अड्डे का पूरा प्रारूप तैयार करने के बाद निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा.
बस स्टैंड के निर्माण व प्रारूप को लेकर बैठक
विधायक कमलेश कुमारी ने कहा कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने जनता के हित बस स्टैंड के निर्माण में तेजी लाने के निर्देश एचआरटीसी शिमला के अधिकारियों को दिए हैं. बस अड्डे के निर्माण में धनराशि की कमी नहीं आएगी. निर्माण व प्रारूप को लेकर बैठक हुई है.
कुल मिलाकर भोरंज विधानसभा क्षेत्र के लोगों के लिए यह राहत की खबर है. इलाके को नया बस स्टैंड मिलने से जाम, पार्किंग और परिवहन सुविधा में भी सुधार होगा.
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