हमीरपुर: पूर्व कांग्रेसी विधायक कुलदीप पठानिया ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दीए जलाने की अपील पर सवाल उठाए हैं. पठानिया का कहना है कि 6 अप्रैल 1980 को भाजपा की स्थापना हुई थी और जनसंघ का चुनाव निशान भी दीया था. कोरोना वायरस की लड़ाई को बहाना बनाकर भाजपा अपने स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में लोगों से दीए जलाने की अपील कर रही है.
प्रधानमंत्री की अपील को गलत ठहराते हुए उन्होंने कहा कि वह देश को आगे नहीं बल्कि पीछे ले जा रहे हैं. यह सब करने से कोरोना खत्म नहीं होगा. कोरोना वायरस संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए केंद्र सरकार के प्रयासों की आलोचना करते हुए पूर्व विधायक पठानिया ने कहा है कि सरकार ने पहले तो बाहरी देशों से संक्रमित लोगों को देश में आने दिया और उन्हें क्वारंटाइन और आइसोलेशन में रखने के बजाए घरों में भेज दिया.
पूर्व विधायक का कहना है कि केंद्र सरकार अपनी नाकामी का कोई रास्ता देख रही थी. दिल्ली की निजामुद्दीन मरकज को अब बहाना बनाया जा रहा है जबकि शुरुआती दौर में ही केंद्र सरकार ने लापरवाही बरतते हुए बाहरी देशों से संक्रमित लोगों को लाकर बहुत बड़ी चूक की है. उन्होंने यह भी कहा कि केंद्र सरकार को कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने आगाह भी किया था लेकिन सरकार ने इसे गंभीरता से नहीं लिया जिसका परिणाम आज सबके सामने हैं.