हमीरपुर: प्रदेश में कोरोना वायरस का कहर जारी है. बाहरी राज्यों से लोगों के आने के बाद से प्रदेश में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा लगातार बढ़ता ही जा रहा है. संकट की इस घड़ी में कोरोना योद्धा लगातार अपनी सेवाएं दे रहे हैं. उपमंडल बड़सर की चकमोह ग्राम पंचायत के गांव की किरन कुमारी उर्फ अनीता कुमारी शुक्रवार को कोरोना (कोविड-19) में ड्यूटी के बाद 21 दिन बाद अपने घर लौटी है. घर पहुंचने पर उनके तीन साल के बेटे अनहद ने गुलदस्ता देकर अपनी मां का स्वागत किया. साथ ही किरन कुमारी के पिता लेख राम, माता शकुंतला देवी और ग्रामीणों ने उनका वनवास से आने पर स्वागत किया है.
गौर रहे कि किरन कुमारी उर्फा अनीता कुमारी निवासी चकमोह राधा कृष्णन राजकीय मेडिकल कलेज एवं अस्पताल हमीरपुर में स्टाफ नर्स के पद पर तैनात है. किरन कुमारी ने कोविड -19 में आरसीएच भोटा में सात दिन तक मरीजों का इलाज किया है. उसके बाद वह 14 दिन तक संगरोध केंद्र में रहीं. अब वो 21 दिनों के बाद वनवास करके अपने घर चकमोह पहुंची है.
इस दौरान किरन का तीन वर्ष का बेटा अपने नाना नानी के पास रहा. घर पहुंचने पर ग्रामीणों व परिवार के सदस्यों ने भव्य स्वागत किया है. बता दें कि किरन कुमारी के पिता डाक विभाग से पोस्टमास्टर के पद से सेवानिवृत्त हुए हैं, जबकि माता बाबा बालक नाथ मंदिर न्यास के शिक्षण संस्थान में कार्यरत हैं. किरन के पिता व माता ने कहा कि हमें अपनी बेटी पर नाज है जिसने इस महामारी में अपना सहयोग दिया है.
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