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PAPER LEAK CASE: दलाल संजीव ने 2021 में पास किया था JOA IT का रिटन और टाइपिंग टेस्ट, क्या वो पेपर भी हुआ था लीक?

पोस्ट कोड 965 का पेपर लीक तो विजिलेंस की पकड़ में आ गया लेकिन अब सवाल यह उठ रहे हैं कि क्या एक साल पहले आयोजित हुई पोस्ट कोड 817 की परीक्षा का पर्चा भी लीक हो गया था? ऐसा इसलिए क्योंकि पेपर लीक मामले के मुख्य आरोपी दलाल संजीव कुमार ने पोस्टकोड 817 जूनियर ऑफिस असिस्टेंट आईटी की लिखित और टाइपिंग टेस्ट को 2021 में पास किया था. (JOA IT PAPER LEAK CASE)

JOA IT PAPER LEAK CASE
पेपर लीक मामला
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Published : Dec 28, 2022, 8:24 PM IST

हमीरपुर: हिमाचल प्रदेश कर्मचारी चयन आयोग पेपर लीक मामले में लगातार बड़े खुलासे हो रहे हैं. जूनियर ऑफिस असिस्टेंट आईटी पोस्ट कोड 965 पेपर लीक मामले के मुख्य आरोपी दलाल संजीव कुमार ने पोस्टकोड 817 जूनियर ऑफिस असिस्टेंट आईटी की लिखित और टाइपिंग टेस्ट को 2021 में पास किया था. 1867 पदों के लिए इस भर्ती परीक्षा के लिए प्रदेश के 2 लाख से अधिक बेरोजगारों ने आवेदन किया था. ऐसे में पेपर लीक मामले में मुख्य आरोपी एवं पेपर बेचने में दलाल की भूमिका निभाने वाले संजीव का इस परीक्षा में पास होना बड़े सवालों को जन्म दे रहा है. (JOA IT PAPER LEAK CASE)

संजीव जिला मुख्यालय में ही एक कंप्यूटर टाइपिंग और कोचिंग सेंटर चलाता है और लंबे समय से भर्ती परीक्षाओं के कार्यों से जुड़ा हुआ था. ऐसे में अब विजिलेंस की जांच इस दिशा में भी आगे बढ़ रही है कि क्या इस परीक्षा का पर्चा भी लीक हुआ था. गौरतलब है कि इस मामले में बुधवार को सभी आरोपियों को अदालत में पेश किया गया था जिनमें से 2 मुख्य आरोपियों कर्मचारी चयन आयोग की गोपनीय शाखा में तैनात निलंबित महिला कर्मचारी उमा आजाद और पेपर बिक्री में दलाल की भूमिका निभाने वाले संजीव को फिर 3 दिन के पुलिस रिमांड पर भेजा गया है. माना जा रहा है कि पुलिस रिमांड के दौरान अब पूर्व में हुई भर्तियों की लिखित परीक्षाओं के पेपर की बिक्री पर विजिलेंस की जांच पूरी तरह से फोकस रहेगी. इस दौरान दलाल संजीव के कंप्यूटर टाइपिंग और कोचिंग सेंटर के रिकॉर्ड को भी बारीकी से जांचा जाएगा.

क्या लीक हुआ था प्रदेश के सबसे बड़ी परीक्षा पोस्ट कोड 817 का पर्चा: छानबीन में यह सामने आया है कि संजीव हालांकि कंप्यूटर सेंटर चलाता था लेकिन नौकरी की चाह उसको भी थी. इसी चाह में उसने जेओए आईटी पोस्ट कोड 817 का एग्जाम दिया था और उसे काफी अच्छे नंबरों से पास भी किया था. इसके बाद जो टाइपिंग टेस्ट हुआ उसे भी उसने क्वलालिफाई किया था. अब वो केवल रिजल्ट का इंतजार कर रहा था. क्योंकि पोस्ट कोड 817 का मामला भी कोर्ट में विचाराधीन है इसलिए अब तक उसकी नौकरी नहीं लग पाई थी. अब इससे एक बात यह सामने आ रही है कि मुख्य आरोपी महिला कर्मचारी के साथ उसके पुराने संबंध हैं. जेओए 817 की नोटिफिकेशन मार्च 2020 में हुई थी और इसका रिटन एग्जाम मार्च 2021 में हुआ था. अभ्यर्थियों और पदों के आंकड़ों के हिसाब से यह बड़ी परीक्षा कर्मचारी चयन आयोग की तरफ से आयोजित की गई थी.

रिकॉर्ड दो लाख से अधिक अभ्यर्थियों ने किया था आवेदन: पोस्टकोड 817 के तहत सबसे अधिक 1867 पदों के लिए होने वाली इस भर्ती परीक्षा के लिए 2 लाख 27 हजार 838 बेरोजगारों ने आवेदन किए थे. लगभग एक लाख 7 हजार 878 अभ्यर्थियों ने यह परीक्षा दी थी जिनमें से टाइपिंग टेस्ट के लिए 19 हजार को बुलाया गया था. इतने अभ्यर्थियों का एक परीक्षा में शामिल होना अपने आप में एक बड़ा रिकॉर्ड था. इस बड़ी परीक्षा के आयोजन के बाद पिछले 25 दिसंबर 2022 को एक बार फिर आयोग जूनियर ऑफिस असिस्टेंट आईटी पोस्ट कोड 965 की परीक्षा करवाने जा रहा था लेकिन दो दिन पहले ही पर्चा लीक हो गया.

ये भी पढ़ें: Paper Leak Case: प्रदेशभर से आयोग कार्यालय में पहुंचे अभ्यर्थियों ने सराहा सरकार का कदम, बोले- जल्द पूरी हो जांच

हमीरपुर: हिमाचल प्रदेश कर्मचारी चयन आयोग पेपर लीक मामले में लगातार बड़े खुलासे हो रहे हैं. जूनियर ऑफिस असिस्टेंट आईटी पोस्ट कोड 965 पेपर लीक मामले के मुख्य आरोपी दलाल संजीव कुमार ने पोस्टकोड 817 जूनियर ऑफिस असिस्टेंट आईटी की लिखित और टाइपिंग टेस्ट को 2021 में पास किया था. 1867 पदों के लिए इस भर्ती परीक्षा के लिए प्रदेश के 2 लाख से अधिक बेरोजगारों ने आवेदन किया था. ऐसे में पेपर लीक मामले में मुख्य आरोपी एवं पेपर बेचने में दलाल की भूमिका निभाने वाले संजीव का इस परीक्षा में पास होना बड़े सवालों को जन्म दे रहा है. (JOA IT PAPER LEAK CASE)

संजीव जिला मुख्यालय में ही एक कंप्यूटर टाइपिंग और कोचिंग सेंटर चलाता है और लंबे समय से भर्ती परीक्षाओं के कार्यों से जुड़ा हुआ था. ऐसे में अब विजिलेंस की जांच इस दिशा में भी आगे बढ़ रही है कि क्या इस परीक्षा का पर्चा भी लीक हुआ था. गौरतलब है कि इस मामले में बुधवार को सभी आरोपियों को अदालत में पेश किया गया था जिनमें से 2 मुख्य आरोपियों कर्मचारी चयन आयोग की गोपनीय शाखा में तैनात निलंबित महिला कर्मचारी उमा आजाद और पेपर बिक्री में दलाल की भूमिका निभाने वाले संजीव को फिर 3 दिन के पुलिस रिमांड पर भेजा गया है. माना जा रहा है कि पुलिस रिमांड के दौरान अब पूर्व में हुई भर्तियों की लिखित परीक्षाओं के पेपर की बिक्री पर विजिलेंस की जांच पूरी तरह से फोकस रहेगी. इस दौरान दलाल संजीव के कंप्यूटर टाइपिंग और कोचिंग सेंटर के रिकॉर्ड को भी बारीकी से जांचा जाएगा.

क्या लीक हुआ था प्रदेश के सबसे बड़ी परीक्षा पोस्ट कोड 817 का पर्चा: छानबीन में यह सामने आया है कि संजीव हालांकि कंप्यूटर सेंटर चलाता था लेकिन नौकरी की चाह उसको भी थी. इसी चाह में उसने जेओए आईटी पोस्ट कोड 817 का एग्जाम दिया था और उसे काफी अच्छे नंबरों से पास भी किया था. इसके बाद जो टाइपिंग टेस्ट हुआ उसे भी उसने क्वलालिफाई किया था. अब वो केवल रिजल्ट का इंतजार कर रहा था. क्योंकि पोस्ट कोड 817 का मामला भी कोर्ट में विचाराधीन है इसलिए अब तक उसकी नौकरी नहीं लग पाई थी. अब इससे एक बात यह सामने आ रही है कि मुख्य आरोपी महिला कर्मचारी के साथ उसके पुराने संबंध हैं. जेओए 817 की नोटिफिकेशन मार्च 2020 में हुई थी और इसका रिटन एग्जाम मार्च 2021 में हुआ था. अभ्यर्थियों और पदों के आंकड़ों के हिसाब से यह बड़ी परीक्षा कर्मचारी चयन आयोग की तरफ से आयोजित की गई थी.

रिकॉर्ड दो लाख से अधिक अभ्यर्थियों ने किया था आवेदन: पोस्टकोड 817 के तहत सबसे अधिक 1867 पदों के लिए होने वाली इस भर्ती परीक्षा के लिए 2 लाख 27 हजार 838 बेरोजगारों ने आवेदन किए थे. लगभग एक लाख 7 हजार 878 अभ्यर्थियों ने यह परीक्षा दी थी जिनमें से टाइपिंग टेस्ट के लिए 19 हजार को बुलाया गया था. इतने अभ्यर्थियों का एक परीक्षा में शामिल होना अपने आप में एक बड़ा रिकॉर्ड था. इस बड़ी परीक्षा के आयोजन के बाद पिछले 25 दिसंबर 2022 को एक बार फिर आयोग जूनियर ऑफिस असिस्टेंट आईटी पोस्ट कोड 965 की परीक्षा करवाने जा रहा था लेकिन दो दिन पहले ही पर्चा लीक हो गया.

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