हमीरपुर.आपका ड्राइविंग लाइसेंस अब मोटर व्हीकल इंस्पेक्टर नहीं बनाएगा. इसे अब ऑटोमेटेड ड्राइविंग ट्रैक तय करेगा. प्रदेश में अब सरकार आधुनिक तकनीक से ड्राइविंग लाइसेंस मंजूर करेगी. इससे सिफारिश और भ्रष्टाचार की संभावनाओं को खत्म किया जा सकेगा.
इस व्यवस्था के लागू होने से प्रदेश में ड्राइविंग लाइसेंस लेना आसान बात नहीं होगी. लाइसेंस बनाने के इच्छुक लोगों को खूब पसीना बहाना पड़ेगा. इसके लिए जिले के नादौन में पहला ऑटोमेटेड ड्राइविंग ट्रैक 10 करोड़ की लागत से तैयार होगा. इसके लिए 85 कनाल भूमि चिन्हित कर ली गई है . यहां पर पायलट प्रोजेक्ट के आधार पर इस तकनीक को लागू किया जाएगा.
क्षेत्रीय परिवहन विभाग प्रदेश के निदेशक जीएम पठानिया ने बताया आधुनिक तकनीक से नादौन में पहला ऑटोमेटेड ड्राइविंग ट्रैक बनाया जा रहा है . इसके लिए भूमि चिन्हित कर ली गई है . विभागीय अधिकारियों की मानें तो यह ऑटोमेटिक ड्राइविंग ट्रैक आधुनिक तकनीक से लैस होगा . जैसे ही चालक इस ट्रैक पर गाड़ी चलाएगा तो गाड़ी लाइन से बाहर जाने पर यह ट्रैक उसको भाप लेगा. मशीन के माध्यम से ही ऑटोमेटिक रिजल्ट तय हो जाएगा कि चालक को लाइसेंस दिया जाए या नहीं.
इस ट्रैक पर सीसीटीवी कैमरा लगे होंगे जो सेंसर के साथ काम करेंगे. यह कैमरा चालक की हर गतिविधि को रिकॉर्ड करेंगे और ड्राइविंग ट्रैक में लगे सेंसर के साथ मिलकर परिणाम तय करेंगे.