हमीरपुर: जिला में कांग्रेस की बंपर जीत और भाजपा का खाता न खुलने के पीछे कर्मचारियों के वोट की खासी भूमिका रही है. जिले के 2 विधानसभा क्षेत्रों सुजानपुर और भोरंज में तो पोस्टल बैलट से निकले कर्मचारियों के वोट ने ही हार और जीत का फैसला किया है. हमीरपुर जिला में पोस्टल बैलट से प्राप्त हुए कर्मचारियों के वोट अधिकतर कांग्रेस के पक्ष में गए हैं. यहां तक कि हमीरपुर विधानसभा सीट जिसे कांग्रेस पार्टी हार गई, वहां पर भी कांग्रेस प्रत्याशी को अन्य प्रत्याशियों के मुकाबले पोस्टल बैलट में अधिक वोट प्राप्त हुए हैं. ऐसे में यह कहना गलत नहीं होगा कि हमीरपुर जिला में पुरानी पेंशन बहाली के मुद्दे ने कांग्रेस को बड़ी बढ़त दिलाई है. जबकि भाजपा को खाता खोलने से भी वंचित रख दिया है. बड़सर और नादौन विधानसभा क्षेत्र में जीत और हार का फैसला अधिक रहा है लेकिन यहां पर भी कर्मचारियों के वोट कांग्रेस प्रत्याशियों को ही अधिक प्राप्त हुए हैं.
भोरंज में 60 वोट से हुआ हार जीत का फैसला: भोरंज विधानसभा क्षेत्र में कुल 1996 वोट पोस्टल के जरिए प्राप्त हुए थे, जिनमें से कांग्रेस प्रत्याशी सुरेश कुमार को 862 वोट मिले थे. जबकि भाजपा प्रत्याशी डॉ. अनिल धीमान को 734 वोट मिले थे. इसके अलावा भाजपा के बागी निर्दलीय प्रत्याशी पवन कुमार को 117 वोट मिले थे. जबकि इक्का-दुक्का वोट अन्य प्रत्याशियों ने भी हासिल किए थे. इस विधानसभा सीट पर जीत और हार का मार्जन महज 60 वोट का था. जबकि यहां पर पोस्टल बैलट में कर्मचारियों के वोट भाजपा के मुकाबले कांग्रेस को 128 ज्यादा वोट प्राप्त हुए थे. इस विधानसभा क्षेत्र में ईवीएम वोट काउंटिंग में एक अथवा दो राउंड को छोड़कर भाजपा प्रत्याशी से कांग्रेस के प्रत्याशी पिछड़ गए थे. लेकिन पोस्टल बैलट वोट ने यहां पर कांग्रेस को जीत दिलाने में अहम भूमिका अदा की. यहां पर पोस्टल बैलट की गिनती से पहले कांग्रेस प्रत्याशी हार रहे थे, लेकिन पोस्टल बैलट की गिनती पूरी होने के बाद वह 60 वोट से विजई हो गए.
कांटे की टक्कर में राजेंद्र राणा को भी पोस्टल बैलट से मिली बढ़त: ऐसा ही रोचक समीकरण सुजानपुर विधानसभा क्षेत्र में भी देखने को मिला है. इस विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस के दिग्गज नेता राजेंद्र राणा महज 399 वोट से जीत हासिल कर पाए. यहां पर कांटे की टक्कर हर राउंड की काउंटिंग में देखने को मिली, जबकि पोस्टल बैलट के वोट में अंततः राजेंद्र राणा ने बाजी मारी. यहां पर पोस्टल बैलट के वोट में 1,723 वोट प्राप्त हुए थे, जिनमें से कांग्रेस प्रत्याशी राजेंद्र राणा को 845 और भाजपा प्रत्याशी रणजीत सिंह राणा को 562 वोट मिले थे. जबकि कुछ वोट अन्य प्रत्याशियों को हासिल हुए थे. इस विधानसभा क्षेत्र में पोस्टल बैलट के वोट में कांग्रेस प्रत्याशी राजेंद्र राणा को 283 अधिक वोट मिले थे, जो कि जीत और हार में महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर गए.
बड़सर और नादौन में भी कर्मचारियों ने दिलाई कांग्रेस को बढ़त: बड़सर विधानसभा क्षेत्र की बात करें तो यहां पर सबसे अधिक 2391 वोट पोस्टल बैलेट से प्राप्त हुए हैं. यहां पर कांग्रेस के प्रत्याशी इंद्र दत्त लखनपाल को सर्वाधिक 1188 और भाजपा प्रत्याशी माया शर्मा को 570 तथा भाजपा के बागी संजीव शर्मा को 258 वोट प्राप्त हुए हैं. जबकि अन्य प्रत्याशियों ने भी कुछ वोट हासिल किए हैं. बड़सर विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस पार्टी ने जिले के सबसे बड़ी जीत हासिल की है और जीत का मार्जन 13 हजार से अधिक रहा है. वहीं, नादौन विधानसभा क्षेत्र में पोस्टल बैलेट के जरिए 2250 वोट प्राप्त हुए हैं. इनमें से 1131 वोट कांग्रेस प्रत्याशी सुखविंदर सिंह सुक्खू को प्राप्त हुए हैं. जबकि 825 वोट भाजपा प्रत्याशी विजय अग्निहोत्री को प्राप्त हुए थे. इसके अलावा कुछ और अन्य प्रत्याशियों ने हासिल किए हैं. यहां पर जीत और हार का फैसला 3000 से अधिक रहा था.
हमीरपुर विधानसभा क्षेत्र की बात करें तो यहां पर निर्दलीय प्रत्याशी आशीष शर्मा ने जीत हासिल की है, लेकिन कर्मचारियों के वोट यहां पर सबसे अधिक कांग्रेस को ही प्राप्त हुए हैं. पोस्टल बैलट की गिनती में प्राप्त हुए कुल 1529 वोट में से कांग्रेस प्रत्याशी डॉ. पुष्पेंद्र वर्मा को सबसे अधिक 535 वोट प्राप्त हुए हैं. जबकि दूसरे नंबर पर निर्दलीय प्रत्याशी आशीष शर्मा ने 383 वोट हासिल किए हैं. भाजपा के प्रत्याशी नरेंद्र ठाकुर को यहां पर 314 वोट प्राप्त हुए हैं. हालांकि उनके अलावा अन्य प्रत्याशियों ने भी इक्का-दुक्का वोट हासिल किए हैं.(OPS issue in Himachal election)(Himachal election 2022).
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