हमीरपुर: कोरोना महामारी के कई पहलू देखने को मिले हैं. महामारी की वजह से लगे लॉकडाउन और कोरोना कर्फ्यू की वजह से प्रकृति ने राहत की सांस ली है, लेकिन अब एक बार फिर से जंगलों में लोगों की आवाजाही बढ़ने से फिर आगजनी की घटनाएं बढ़ती हुए नजर आ रही हैं.
2020 के मुकाबले इस साल जंगलों में आगजनी की घटनाओं में बढ़ोतरी
पिछले दो फायर सीजन में दशकों के बाद हमीरपुर के जंगलों में आगजनी की घटनाओं में अधिक कमी देखने को मिली है, लेकिन पिछले साल के अपेक्षाकृत इस साल इन घटनाओं में इजाफा भी देखने को मिला है. पिछले साल की अपेक्षा में जंगलों में आगजनी की घटनाओं में बढ़ोतरी हुई है, लेकिन यह पिछले एक दशक की औसत घटनाओं से आधी आंकी जा रही है.
इतना हेक्टेयर एरिया फायर सीजन में हुआ प्रभावित
डीएफओ हमीरपुर एलसी वंदना ने बताया कि 290 हेक्टेयर एरिया इस फायर सीजन में आग से प्रभावित हुआ है. उन्होंने कहा कि जंगलों में आग की 50 घटनाएं इस फायर सीजन में सामने आई हैं. आगजनी से प्रभावित इस एरिया में 165 हेक्टेयर भूमि में प्लांटेशन भी प्रभावित हुई है. उन्होंने कहा कि पिछले साल के अपेक्षाकृत यह अधिक है. पिछले साल जंगलों में आग की महज 13 घटनाएं सामने आई थी. इसके कारण पिछले साल 80 हेक्टेयर एरिया आगजनी के कारण प्रभावित हुआ था, लेकिन अगर पिछले 5 साल की बात की जाए तो इन 2 सालों में आग की घटनाएं जंगलों में कम पेश आई हैं.
इस साल जंगलों में आगजनी की घटनाओं में हुई बढ़ोतरी
आपको बता दें कि हिमाचल में पिछले कुछ समय में फॉरेस्ट कवर में बढ़ोतरी देखने को मिली है. साल 2020 में हर सीजन की शुरुआत में ही देश भर में लॉकडाउन लगाया गया था. इसके बाद आगजनी की घटनाओं में खासी कमी देखने को मिली थी, लेकिन जंगलों में इस साल जैसे ही लोगों की आवाजाही बढ़ी इन घटनाओं में बढ़ोतरी दर्ज की गई है. वहीं, पिछले पांच साल अथवा एक दशक की अपेक्षाकृत इस साल भी आगजनी के मामले कम ही सामने आए हैं.
ये भी पढ़ें: शरारती तत्वों ने तोड़ी पूर्व CM वीरभद्र सिंह के नाम की शिलान्यास पट्टिका, कांग्रेस कार्यकर्ताओं में रोष