भोरंज/हमीरपुर: जिला के उपमंडल भोरंज के अंतर्गत तरक्वाड़ी में पांच दिवसीय शास्त्रीय संगीत कार्यशाला का शुभारंभ किया गया. इस कार्यशाला में हमीरपुर, बिलासपुर और मंडी जिला के करीब 20 कलाकार भाग ले रहे हैं.
कार्यशाला के शुभारंभ के दौरान दिव्या उपचार केंद्र के डायरेक्टर शिव कुमार वर्मा ने कहा कि भागदौड़ भरी जिंदगी में संगीत का सहारा लेने से मानसिक शांति प्राप्त की जा सकती है. शिव कुमार वर्मा ने कहा कि कहा कि ये प्रमाणित हो चुका है कि संगीत के द्वारा कई बीमारियों का इलाज संभव है.
उन्होंने कहा कि भोरंज क्षेत्र के अंदर संगीत को बढ़ावा देने का मानिल म्यूजिक एकडेमी तरक्वाड़ी का योगदान बहुत ही सराहनीय है. संगीत से जहां लोग अकेलेपन को दूर करते हैं. वहीं, संगीत से कई बीमारियों का इलाज भी होता है और बहुत सारे रोगों में डॉक्टर भी संगीत थेरेपी की सलाह देते हैं.
मानिल म्यूजिक एकडेमी के संचालक रमेश रंगड़ा ने बताया कि इस संगीत प्रतियोगिता में विभिन्न प्रकार की संगीत प्रतियोगताएं होंगी, जिनमें शास्त्रीय से लेकर फिल्मी गाने व एकल से समूह गान तक कि प्रतियोगिताएं होंगी. साथ ही प्रतिभागियों को अपनी प्रतिभा निखारने के लिए उपयुक्त मंच मिल रहा है.
पहले ये कार्यक्रम तीन दिनों के लिए आयोजित होता था, लेकिन करोना के चलते इस वर्ष इसे पांच दिन का कर दिया गया है, ताकि अधिक भीड़ न हो और सामाजिक दूरी भी बनी रहे. इस कार्यशाला में हमीरपुर, बिलासपुर और मंडी जिला के करीब 20 कलाकार भाग ले रहे हैं. कार्यशाला में लोक संगीत पर भी विस्तार से जानकारी दी जाएगी.
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