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चुनावी तारीखों के ऐलान के साथ कर्मचारियों का क्रमिक अनशन खत्म, अब OPS के लिए घर-घर होगी दस्तक

पुरानी पेंशन योजना की बहाली के लिए प्रदेशभर में जारी क्रमिक अनशन अब खत्म हो गया है. चुनावी तारीखों के ऐलान के साथ ही प्रदेशभर में हड़ताल पर बैठे कर्मचारी ने शुक्रवार को क्रमिक अनशन समाप्त कर दिया. अब हड़ताल खत्म होने के बाद डोर टू डोर कैंपेन के तहत कर्मचारी परिवारों से मिलकर इस मुहिम को सफल बनाएंगे. कर्मचारियों का कहना है कि वे उसी का साथ देंगे जो ओपीएस बहाल (Demand of OPS in Himachal) करेगा.

हिमाचल में कर्मचारियों को क्रमिक अनशन खत्म
हिमाचल में कर्मचारियों को क्रमिक अनशन खत्म
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Published : Oct 14, 2022, 6:49 PM IST

हमीरपुर: पुरानी पेंशन योजना की बहाली के लिए प्रदेशभर में जारी क्रमिक अनशन अब खत्म हो गया है. चुनावी तारीखों के ऐलान के साथ ही प्रदेशभर में हड़ताल पर बैठे कर्मचारी ने शुक्रवार को क्रमिक अनशन समाप्त कर दिया. 44 दिन तक चले इस क्रमिक अनशन से प्रदेश के दो लाख कर्मचारियों को निराशा ही हाथ लगी है. शुक्रवार को सोलन में कांग्रेस की परिवर्तन प्रतिज्ञा रैली का आयोजन किया गया. जिसमें कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने कांग्रेस सरकार बनने पर पहली कैबिनेट में पुरानी पेंशन योजना को बहाल करने का ऐलान (Priyanka Gandhi on OPS in Himachal) किया. जबकि प्रदेश सरकार की अंतिम कैबिनेट बैठक में भी कर्मचारियों को सिर्फ निराशा ही हाथ लगी.

ईटीवी भारत ने जब इस मसले पर कर्मचारियों से बात की तो उन्होंने बताया कि जो भी राजनीतिक दल उनकी मांग का समर्थन करेंगा, वे उन्हें ही अपना समर्थन देंगे. क्रमिक अनशन समाप्त करने के बाद न्यू पेंशन स्कीम एंप्लाइज एसोसिएशन हमीरपुर के अध्यक्ष राकेश कुमार ने कहा कि 44 दिनों तक उनकी हड़ताल के दौरान एक भी सरकारी नुमाइंदा उनसे बात करने के लिए नहीं आया. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी के दौरों से कर्मचारियों को काफी उम्मीदें थीं, लेकिन कर्मचारियों को सिर्फ निराशा ही हाथ लगी है.

उन्होंने कहा कि प्रदेश में एनपीएस के 1 लाख 35 हजार कर्मचारी हैं. 35 हजार के लगभग कर्मचारी अब रिटायर हो गए हैं. कुल मिलाकर दो लाख कर्मचारी और पेंशनर वोट फाॅर ओपीएस से जुडेंगे. उन्होंने कहा कि हड़ताल खत्म होने के बाद डोर टू डोर कैंपेन के तहत कर्मचारी परिवारों (OPS employees door to door campaign) से मिलकर इस मुहिम को सफल बनाएंगे. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने दो राज्यों में ओपीएस को लागू कर दिया है. ऐसे में कर्मचारियों को अब कांग्रेस में विश्वास दिखने लगा है.

उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार की तरफ से इस दिशा में काफी देरी से कमेटी गठित की गई, लेकिन कमेटी ने भी इस दिखा में कुछ नहीं किया. उन्होंने कहा कि कर्मचारी वर्ग पढ़ा लिखा है और हम उसी का साथ देंगे जो ओपीएस बहाल (Demand of OPS in Himachal) करेगा. (Himachal election date).

ये भी पढे़ं: हिमाचल विधानसभा चुनाव में मुद्दों की भरमार, जो बिगाड़ सकते हैं सियासी दलों का समीकरण

हमीरपुर: पुरानी पेंशन योजना की बहाली के लिए प्रदेशभर में जारी क्रमिक अनशन अब खत्म हो गया है. चुनावी तारीखों के ऐलान के साथ ही प्रदेशभर में हड़ताल पर बैठे कर्मचारी ने शुक्रवार को क्रमिक अनशन समाप्त कर दिया. 44 दिन तक चले इस क्रमिक अनशन से प्रदेश के दो लाख कर्मचारियों को निराशा ही हाथ लगी है. शुक्रवार को सोलन में कांग्रेस की परिवर्तन प्रतिज्ञा रैली का आयोजन किया गया. जिसमें कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने कांग्रेस सरकार बनने पर पहली कैबिनेट में पुरानी पेंशन योजना को बहाल करने का ऐलान (Priyanka Gandhi on OPS in Himachal) किया. जबकि प्रदेश सरकार की अंतिम कैबिनेट बैठक में भी कर्मचारियों को सिर्फ निराशा ही हाथ लगी.

ईटीवी भारत ने जब इस मसले पर कर्मचारियों से बात की तो उन्होंने बताया कि जो भी राजनीतिक दल उनकी मांग का समर्थन करेंगा, वे उन्हें ही अपना समर्थन देंगे. क्रमिक अनशन समाप्त करने के बाद न्यू पेंशन स्कीम एंप्लाइज एसोसिएशन हमीरपुर के अध्यक्ष राकेश कुमार ने कहा कि 44 दिनों तक उनकी हड़ताल के दौरान एक भी सरकारी नुमाइंदा उनसे बात करने के लिए नहीं आया. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी के दौरों से कर्मचारियों को काफी उम्मीदें थीं, लेकिन कर्मचारियों को सिर्फ निराशा ही हाथ लगी है.

उन्होंने कहा कि प्रदेश में एनपीएस के 1 लाख 35 हजार कर्मचारी हैं. 35 हजार के लगभग कर्मचारी अब रिटायर हो गए हैं. कुल मिलाकर दो लाख कर्मचारी और पेंशनर वोट फाॅर ओपीएस से जुडेंगे. उन्होंने कहा कि हड़ताल खत्म होने के बाद डोर टू डोर कैंपेन के तहत कर्मचारी परिवारों (OPS employees door to door campaign) से मिलकर इस मुहिम को सफल बनाएंगे. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने दो राज्यों में ओपीएस को लागू कर दिया है. ऐसे में कर्मचारियों को अब कांग्रेस में विश्वास दिखने लगा है.

उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार की तरफ से इस दिशा में काफी देरी से कमेटी गठित की गई, लेकिन कमेटी ने भी इस दिखा में कुछ नहीं किया. उन्होंने कहा कि कर्मचारी वर्ग पढ़ा लिखा है और हम उसी का साथ देंगे जो ओपीएस बहाल (Demand of OPS in Himachal) करेगा. (Himachal election date).

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