हमीरपुर: कर्मचारी चयन आयोग पेपर लीक मामले में आरोपी पूर्व सचिव जितेंद्र कंवर से फिलहाल पूछताछ का सिलसिला थम गया है. 23 दिसंबर 2022 को कर्मचारी चयन आयोग हमीरपुर में जूनियर ऑफिस असिस्टेंट पोस्ट कोड 965 पेपर लेकर का भंडाफोड़ विजिलेंस ने किया था. इस मामले में दर्ज एफआईआर में पूर्व सचिव का नाम भी जोड़े जाने के बाद लगातार विजिलेंस की टीम पिछले 3 दिनों से लगातार पूछताछ कर रही थी. पिछले 3 दिनों से लगातार यह कयास लगाए जा रहे हैं कि पेपर लीक में आरोपी बनाए गए आयोग के पूर्व सचिव को विजिलेंस गिरफ्तार कर सकती है, लेकिन फिलहाल पूछताछ का सिलसिला थमने की वजह से कुछ समय के लिए गिरफ्तारी की संभावना भी टल गई है.
सरकार की तरफ से 1 मार्च को आयोग के पूर्व सचिव के खिलाफ अभियोग चलाने की मंजूरी मिली थी. 3 दिन पूर्व ही पेपर लीक एफ आई आर में पूर्व सचिव का नाम भी जोड़ा गया है. जानकारी के मुताबिक पूछताछ करने के लिए विजिलेंस मंडी एसपी राहुल नाथ और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विजिलेंस रेनू शर्मा एवं अभिमन्यु की मौजूदगी में पूर्व सचिव को हर दिन कार्यालय में पूछताछ के लिए तलब किया जा रहा था. कुछ समय के लिए पूछताछ का सिलसिला थमने के चलते एसपी राहुल नाथ की मंडी लौट गए हैं. माना जा रहा है कि कर्मचारी चयन आयोग को भंग करने के बाद रिकॉर्ड उपलब्ध करवाने में देरी हो रही है. जिस वजह से फिलहाल पूछताछ का सिलसिला कुछ हद तक थम गया है.
जूनियर ऑफिस असिस्टेंट पोस्ट कोड 939 में ओएमआर शीट में छेड़छाड़ करने के आरोपी आयोग के चपरासी किशोरी लाल ने हाईकोर्ट में जमानत की अर्जी लगाई है. 24 मार्च को हाईकोर्ट में जमानत की इस अर्जी पर सुनवाई होगी. इस दौरान विजिलेंस की तरफ से भी हाई कोर्ट में तथ्य रखे जाएंगे ताकि आरोपी को जमानत न मिल सके. ASP विजिलेंस ब्यूरो हमीरपुर रेनु शर्मा ने बताया कि मामले में छानबीन की जा रही है. चपरासी की जमानत अर्जी की जानकारी मिली है. आरोपी की जमानत की अर्जी खारिज हो सके इसके लिए विजिलेंस की तरफ से कोर्ट में तथ्य पेश किए जाएंगे.
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