हमीरपुर: दिल्ली का कंझावला हिट एंड रन केस इन दिनों देश भर में चर्चा में है. स्कूटी पर सवार एक लड़की की कार से टक्कर के बाद 12 किलोमीटर तक घसीटने की दर्दनाक वारदात ने देश को झकझोर कर रख दिया है. दुपहिया वाहनों को अक्सर बड़ी गाड़ियों की टक्कर से खतरा बना रहता है. कई बार हादसा होने के बाद मदद या फिर परिजनों तक इसकी जानकारी बहुत देर से पहुंचती है.
लेकिन हिमाचल में चंबा जिले की दसवीं की छात्रा रिधिमा ठाकुर ने ऐसा स्मार्ट हेलमेट तैयार किया है, जो आपका सुरक्षा कवच साबित हो सकता है. बता दें कि इंस्पायर मानक अवॉर्ड की राज्यस्तरीय प्रतियोगिता में इस मॉडल की प्रदर्शनी लगाई गई थी. जो हमीरपुर जिले के भोरंज उपमंडल के करियर प्वाइंट में आयोजित किया गया. इस प्रतियोगिता में प्रदेश भर से चयनित 63 छात्र-छात्राओं ने हिस्सा लिया. (Himachal girl made smart helmet) (Ridhima Thakur made smart helmet)
हेलमेट सही नहीं पहना तो अलर्ट मिलेगा- इस स्मार्ट हेलमेट में कैमरा, लोकेशन ट्रैकर के साथ ही सेंसर लगे हैं. यह हेलमेट एक स्मार्ट फोन से कम नहीं है, जो दो पहिया वाहन चलाने वालों के लिए बड़ा मददगार साबित हो सकता है. इस स्मार्ट हेलमेट में एक नहीं ,बल्कि कई तरह के फीचर हैं. इस हेलमेट का सबसे बेसिक फीचर यह है कि बाइक सवार अगर हेलमेट पहनना भूल जाता है या हेलमेट ठीक ढंग से नहीं पहनता तो एक बीप लगातार तब तक बजती रहेगी जब तक कि हेलमेट ठीक ढंग से नहीं पहना जाता.
हेलमेट के टकराने से परिजनों को मिलेगा मैसेज- रिधिमा ने इस हेलमेट में प्रेशर प्लेट टेक्निक का इस्तेमाल किया है और साथ में एक सिम भी लगाया है. दुर्घटना होने पर जैसे ही हेलमेट सड़क या अन्य चीज से टकराएगा तो हेलमेट में इंस्टॉल सिम कार्ड के जरिए यह सूचना दोस्त या परिजनों के पास कॉल या मैसेज के जरिए पहुंच जाएगी. ट्रांसमीटर मॉड्यूल में लगे प्रेशर प्लेट पर टक्कर लगने पर ऑटोमेटिक तरीके से रिसीवर मॉड्यूल को संकेत मिलेगा और इस स्मार्ट हेलमेट में पहले लगे आरडीनो (Arduino) में सेव किए गए नंबर पर GSM के जरिए कॉल या मैसेज लोकेशन के साथ परिजनों तक पहुंच जाएगा.
एक बटन दबाकर परिजनों को अलर्ट- बाइक सवार किसी खतरे या हादसे का शिकार होने पर स्मार्ट हेलमेट के ट्रांसमीटर मॉड्यूल में लगे बटन को दबाकर भी अपने परिजनों को कॉल या मैसेज कर सकता है. टेक्स्ट मैसेज के जरिए GSM के साथ लगे जीपीआरएस से लाइव लोकेशन भी आरडीनो में पहले से सेव किए गए नंबर पर पहुंच जाएगी. ये तमाम एक्शन 1 से 2 सेकंड के भीतर पूरा हो जाएगा. अगर कोई आपका पीछा कर रहा है या किसी से उसे कोई खतरा है तो इस फीचर का इस्तेमाल कर वह खुद को सुरक्षित कर सकता है.
इस स्मार्ट हेलमेट में आरडीनो पूरे सिस्टम के ब्रेन के रूप में काम करेगा, जिसमें इमरजेंसी नंबर सेव रहेंगे. हेलमेट के दाएं तरफ लगे ट्रांसमीटर मॉड्यूल में कॉलिंग या मैसेज करने के लिए बटन लगे हैं. यहां पर प्रेशर प्लेट का इस्तेमाल किया गया है. यदि अचानक एक्सीडेंट होता है तो प्रेशर प्लेट पर जरा सा टक्कर लगने पर भी ऑटोमेटिक तरीके से रिसीवर मॉड्यूल को संकेत मिलेगा और इमरजेंसी नंबर पर लाइव लोकेशन के साथ मैसेज चला जाएगा.
कैमरे से लैस है स्मार्ट हेलमेट- इस स्मार्ट हेलमेट में एक बड़ा फीचर कैमरा है जो कि सीसीटीवी की तरह काम करेगा. इस कैमरा को मोबाइल में ऐप के जरिए मॉनिटर किया जा सकता है. जिससे लाइव लोकेशन और लाइव फुटेज भी देखी जा सकती है. इसके लिए थर्ड पार्टी ऐप का भी इस्तेमाल किया जा सकता है या फिर अलग से ऐप डेवलप की जा सकती है.
स्मार्ट हेलमेट पर इतनी आई लागत- डलहौजी पब्लिक स्कूल की छात्रा रिधिमा ठाकुर ने बताया कि इस स्मार्ट हेलमेट को बनाने में करीब 8000 रुपए की लागत आई है. उन्होंने कहा कि जब ये स्मार्ट हेलमेट मार्केट में आएंगे और इन्हें इस्तेमाल में लाया जाएगा तो इसकी कीमत 3000 से 4000 रुपए तक पड़ेगी. बाजार में मिल रहे बेसिक हेलमेट की कीमत भी 1500 रुपये तक होती है.
बड़े काम का है ये स्मार्ट हेलमेट- रिधिमा ठाकुर का कहना है कि दिल्ली के हिट एंड रन केस जैसी दिल को दहला देने वाली वारदातों को देखते हुए इस तरह के स्मार्ट हेलमेट कारगर साबित हो सकते हैं. में इस स्मार्ट हेलमेट का सीसीटीवी फुटेज का फीचर बेहद महत्वपूर्ण साबित हो सकता है. छात्रा ने कहा कि इस हेलमेट में लगे सीसीटीवी कैमरे के जरिए ड्राइविंग के दौरान तमाम वीडियो को रिकॉर्ड भी किया जा सकता है और इसकी फुटेज मोबाइल पर आराम से देखी जा सकती है. दुर्घटनाओं में इस तरह की फुटेज बड़ा सबूत बन सकते हैं और अभिभावक भी इस फीचर के जरिए अपने बच्चों पर नजर रख सकते हैं.
मां का एक्सीडेंट होने पर बेटी को आया आइडिया- चंबा के डलहौजी पब्लिक स्कूल की छात्रा रिधिमा ठाकुर का कहना है कि जब वो 8वीं क्लास में थी तो उनकी मां अकेले स्कूटी सीख रही थीं और इस दौरान उनके साथ कोई नहीं था. स्कूटी सीखने के दौरान ही उनकी मां का एक्सीडेंट हुआ और उन्हें मदद मिलने में देरी हुई. हालांकि, यह एक्सीडेंट छोटा था, लेकिन इस घटना ने उन्हें यह स्मार्ट हेलमेट बनाने के लिए प्रेरित किया.
प्रतियोगिता में दिखाया हुनर: इंस्पायर मानक अवॉर्ड की राज्यस्तरीय प्रतियोगिता का आगाज वीरवार को हमीरपुर जिले के भोरंज उपमंडल के करियर प्वाइंट में हुआ. इस प्रतियोगिता में प्रदेश भर से चयनित 63 छात्र-छात्राओं ने भाग लिया. बच्चों द्वारा इस अवसर पर विभिन्न प्रकार के विज्ञान मॉडल्स का प्रदर्शन किया गया, जिसमें पर्यावरण बचाने, सौर उर्जा तथा जल संवर्धन, स्वच्छता आदि से सम्बंधित प्रोजेक्ट प्रस्तुत किए गए. इसके साथ ही छात्रों द्वारा बढ़ रही ट्रैफिक समस्या के निवारण के लिए भी प्रोजेक्ट प्रस्तुत किए गए. इनमें से सर्वश्रेष्ठ इनोवेशन का चयन राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता के लिए होगा. (State level Inspire Standard Award competition) (Dalhousie Public School student Ridhima Thakur) (Dalhousie girl made smart helmet) (Smart helmet made in Himachal) (Features of smart helmet )
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