हमीरपुर: पेपर लीक प्रकरण में बुधवार को दो और आरोपियों को जमानत मिल गई. दोनों जेओएआईटी पोस्ट कोड 939 में अभ्यर्थी थे, इनमें एक ओएमआर शीट पर टेंपरिंग करने वाले आयोग के पूर्व चपरासी मदन लाल का बेटा विशाल है, जबकि दूसरा दिनेश है. दोनों आरोपी जिला कांगड़ा से ताल्लुक रखते हैं. गौरतलब है कि पेपर लीक प्रकरण में अभी तक कुल 6 लोगों को जमानत मिल गई है. मामले में अब तक कुल 15 लोगों को आरोपी बनाया गया , जबकि 4 अभ्यर्थियों तथा मुख्य आरोपी उमा आजाद के घर पर काम करने वाले नौकर नीरज और दलाल संजीव के भाई शशि पाल को जमानत मिल गई है .9 आरोपी पेपर लीक प्रकरण में न्यायिक हिरासत में चल रहे हैं.
21 अप्रैल को होगी फिर सुनवाई: बता दें कि जूनियर ऑफिस अस्सिटेंट आईटी पोस्ट कोड 939 की परीक्षा अप्रैल 2022 में हुई थी. चपरासी मदन लाल आयोग के पूर्व सचिव जोंकि अभी न्यायिक हिरासत में हैं उनके साथ आयोग में अटैच था. जिन दिनों आरोपियों को बुधवार को जमानत मिली उनके अलावा चार अन्य आरोपियों ने भी जमानत के लिए अर्जी दे रखी थी. 17 अप्रैल को जमानत पर फैसला नहीं हो पाया था. बुधवार को दोनों की जमानत पर फैसला होना था. वहीं ,आयोग के पूर्व सचिव रहे डॉ. जितेंद्र कंवर और चपरासी किशोरी लाल की जमानत पर अब 21 अप्रैल को सुनवाई होगी. हालांकि ,आयोग की पूर्व सीनियर असीस्टेंट उमा आजाद और उसके सहयोगी एजेंट संजीव ने भी पिछले दिनों बेल के लिए अर्जी दी थी, लेकिन उन्होंने 17 अप्रैल को अपनी बेल की अर्जी वापस ले ली थी.
15 की हो चुकी गिरफ्तारी: गौरतलब है कि अब तक आयोग से संबंधित भर्ती परीक्षा भर्ती के विभिन्न मामलों में पांच एफआईआर विजिलेंस ने दर्ज की हैं और 15 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. इन 15 आरोपियों में अब तक छह आरोपी जमानत पर रिहा हो चुके हैं ,जबकि 9 आरोपी न्यायिक हिरासत में चल रहे हैं. इससे पूर्व जेओएआईटी पोस्ट कोड 965 के दो अभ्यर्थियों तनु शर्मा व अजय शर्मा के अलावा उमा आजाद के नौकर नीरज और एजेंट संजीव के भाई शशिपाल को जमानत पर रिहा किया जा चुका है.
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