हमीरपुर: कोरोना वायरस के कारण देश भर मे 31 मई तक लॉकडाउन जारी है. हालांकि लॉकडाउन के कारण कारोबारी, किसान, बागवान और पशुपालक समेत कई वर्ग बुरी तरह से प्रभावित हुए हैं. कोरोना संकट की वजह प्रदेश के व्यवसाय ठप पड़े हैं. इन्हीं व्यवसायों में से एक मधुमक्खी पालन भी हैं. लॉकडाउन के चलते मधुमक्खी पालन का व्यवसाय करना बहुत मुश्किल हो गया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा दिए गए 500 करोड़ रुपये के विशेष पैकेज के चलते मधुमक्खी पालकों को अंधेरे में रोशनी की किरण दिखाई दी है.
हमीरपुर जिला के गुलेला गांव के मधुमक्खी पालक सुरजीत सिंह ने बताया कि वे पिछले 10 साल से मधुमक्खी पालन का काम कर रहे हैं, लेकिन फरवरी महीने से शुरू हुए कोरोना संकट के चलते मधुमक्खी पालन में मुश्किलों को सामना करना पड़ रहा है. इस व्यवसाय में काफी नुकसान झेलना पड़ रहा है. हालांकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा मधुमक्खी पालकों को दिये गए विशेष पैकेज से उन्हें काफी उम्मीदें हैं.
केंद्र सरकार द्वारा मधुमक्खी पालकों को विशेष पैकेज दिये जाने पर सुरजीत सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का धन्यावाद किया है. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार के इस पैकेज से मधुमक्खी पालन व्यवसाय में हुए नुकसान की भरपाई के साथ-साथ व्यवसाय को प्रोत्साहन मिलेगा. बता दें कि कोरोना संकट को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 20 लाख करोड़ के पैकेज का ऐलान किया था.
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