बड़सर: बिझड़ी तहसील कार्यालय परिसर में ना तो सोशल डिस्टेंस अपनाया जाता है ना ही लोग मास्क पहनना उचित समझ रहे हैं. बताते चलें कि बुधवार को बिझड़ी तहसील कार्यालय में भर्ती के लिए युवाओं के साथ उनके अभिभावक एक साथ एफिडेविट व अन्य दस्तावेज बनाने के लिए पहुंचे.
काम करवाने के चक्कर में लोगों के साथ ही सम्बन्धित अधिकारी भी मास्क लगवाना और सोशल डिस्टेंस के नियमों का पालन करवाना भूल गए हैं. इससे क्षेत्र में कभी भी कोरोना का धमाका हो सकता है. आजकल कोरोना के केसों में दिन प्रतिदिन बढ़ोतरी हो रही है और इससे हिमाचल प्रदेश भी अछूता नहीं है.
पटवारी भी चालान कर सकता है
हालांकि प्रदेश सरकार इसको लेकर गंभीर हुई है और नियम कुछ कड़े कर दिए हैं, लेकिन लगता है बिझड़ी तहसील में कार्यरत अधिकारी इन सब नियमों को भूल गए हैं. सरकार ने तो गाइडलाइन जारी की है कि अगर कोई व्यक्ति मास्क नहीं लगाता है तो ऐसे में पुलिस के साथ-साथ पटवारी भी उक्त व्यक्ति का चालान कर सकता है, लेकिन बिझड़ी तहसील में कार्यरत अधिकारियों को ये सब नियम शायद भूल गए हैं.
'लोग हैं कि मानते नहीं'
ऐसे में सवाल ये है कि अगर कल को क्षेत्र में कोरोना का बड़ा धमाका होता है तो इसके लिए कौन जिम्मेदार होगा. इस संदर्भ में जब बिझड़ी नायब तहसीलदार महेंद्र सिंह से बातचीत हुई तो उनका कहना था कि लोगों को नियमों का पालन करने के लिए बार-बार आग्रह किया जाता है, लेकिन लोग हैं कि मानते नहीं.
इस संदर्भ में जब बिझड़ी के नायब तहसीलदार महेंद्र सिंह से बातचीत हुई तो उनका कहना था कि लोगों को नियमों का पालन करने के लिए बार-बार आग्रह किया जाता है, लेकिन लोग हैं कि मानते नहीं.
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